सत्य आपके सामने पाली । सरथूर में श्री आई माताजी बडेर बहुत पुरानी है एवं विधिवत रूप से प्राण प्रतिष्ठा समारोह नहीं किया गया। यहां पर सीरवी समाज के घरों की संख्या कम होने से एक बाबाजी द्वारा जात प्राप्त की जाती थी। यहां भैल का आगमन नहीं होता था।
वर्ष 2006 में बेरा रावला अरहट पर काग परिवार द्वारा श्री आई माताजी मंदिर बडेर का निर्माण करवाया एवं प्राण प्रतिष्ठा अवसर पर श्री आई माताजी धर्म रथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब को निमंत्रित कर भव्य बधावा किया गया तब से प्रति वर्ष भैल का आगमन बेरा रावला अरहट पर होता है। सरथूर में वर्तमान में कोटवाल हेमाराम पुकाराम लचेटा, जमादारी मगाराम जी कलाजी लचेटा और पुजारी फरसा महाराज वैष्णव अपनी सेवा दे रहेहैं।

यहां पर सरकारी सेवा में डूंगाराम भूराराम लचेटा सेवानिवृत अध्यापक हैं। आपके अलावा यहां से कोई सरकारी सेवा में नहीं है। यहां से राजनीति में मात्र श्रीमती छोगीदेवी पुखाराम लचेटा बड़ौद पंचायत की उप सरपंच रही है। सरथूर से व्यापार व्यवसाय में सीरवी बंधु पिण्डवाड़ा, सूरत, मुंबई और हैदराबाद में अपने गांव का नाम रोशन कर रहे हैं।