लोकसभा चुनाव से पहले सोशल मीडिया पर गुजरात को लेकर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि गुजरात देश का पहला राज्य बन गया है, जहां प्रेम विवाह से पहले परिवार की इजाजत लेनी होगी। इस दावे को शेयर कर यूजर्स गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को शुक्रिया अदा कर रहे हैं।
हमने ने अपनी जांच में पाया कि गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पिछले साल जुलाई में इस मामले पर विचार करने की बात कही थी। पाटीदार समाज की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य सरकार प्रेम विवाह में माता-पिता की अनुमति को अनिवार्य बनाने की संभावना पर विचार करेगी। हालांकि, इसके कानून बनने या यह नियम लागू होने का दावा गलत है।

हालांकि, आम यूजर्स आसानी से फेक न्यूज का शिकार हो जाते हैं और इन खबरों को आगे शेयर कर देते हैं। फेक न्यूज से आपको सावधान करने के लिए
वायरल दावे की जांच के लिए हमने (Fact Check ) कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया तो कुछ वेबसाइटो पर भी 31 जुलाई 2023 को पीटीआई के हवाले से छपी खबर में जिक्र किया गया था कि पाटीदार समाज के कुछ वर्ग ने प्रेम विवाह के लिए माता-पिता की अनुमति जरूरी करने की मांग की थी।
इसके जवाब में गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने एक कार्यक्रम में कहा कि उनकी सरकार इसका अध्ययन करेगी कि क्या लव मैरिज के लिए पैरेंट्स की अनुमति को अनिवार्य बनाने का प्रावधान संवैधानिक सीमा में रहकर किया जा सकता है।]