
बिहार के बिजली विभाग का बिजली विभाग का कारनामा सामने आया है। यहां विभाग ने एक मजदूर के घर 1 करोड़ 29 लाख 846 रुपए का बिजली बिल भेजा है। घर में एक पंखा और बल्ब का इस्तेमाल करने वाला मजदूर एक करोड़ का बिजली बिल देखकर चकरा गया। वहीं एक करोड़ के बिल देखकर गांव वाले भी आश्चर्यचकित हो गए। श्रमिक ने अपनी याचिका बिजली विभाग के अधिकारी ईस्टर्न डिवीजन के कृन्तकोत्तोलक श्रवण कुमार ठाकुर से की। कृंतक कृमि ने सहायक इलेक्ट्रानिक इलेक्ट्रानिक्स और अणुओं की जांच के निर्देश दिए। इसके बाद बिजली बिल की जांच की गई। जांच में बिल गलत पाया गया। मुशहरी जिले के मणिका नाइक विष्णुपुर चांद के उपभोक्ता जमीर के वकील पर एक करोड़ 29 लाख 846 रुपये का बिजली बिल आया है। बिल को देखने वाले मौटे करने वाले जमीर परेशान हो गए।
बिल को लेकर जमीर ने बताया कि 2022 के दिसंबर से फरवरी 2023 तक 42 यूनिट का अपार्टमेंट हुआ। इसके बाद मार्च से लेकर जून तक 331 यूनिट ग्रीक की जानकारी देते हुए औसत बिल बनाया गया। जुलाई में 327 यूनिट, अगस्त में 64 यूनिट, सितंबर में 67 यूनिट बिजली इकाइयाँ बताई गईं। वर्षा वर्ष दिसंबर में सामान्य मीटर बिजली स्मार्ट मीटर लगा। सामान्य मीटर में जो यूनिट गई उसे नए मीटर में दर्ज किया गया। इसके बाद दिसंबर महीने में 36,45,48 यूनिट बिजली की खपत बताई गई और बिल एक करोड़ 29 लाख 846 रुपये का है। जमीर शोधकर्ता ने बताया कि उनके घर में एक बल्बनुमा जलता है, जबकि गर्मी के दिनों में एक द्वीप के साथ एक पाइपलाइन का भी इस्तेमाल होता है। इसके बाद हमें भी एक करोड़ 29 लाख का बिल मिला। वहीं मामले की जानकारी बैठक के बाद ईस्टर्न डिवीजन के डेमोक्रेट श्रवण कुमार ठाकुर ने बताया कि चैंबर में आने वाले बिल को सुधार दिया गया है। पूरे मामले की जांच पड़ताल स्मार्ट मीटर स्थापना एजेंसी को शो कॉज किया गया है। अगर जान-सुनिश्चित कर गलत मीटर डाला जाएगा तो उसके ऊपर के छात्र-छात्राएँ लगेंगे। 24 घंटे की आंतरिक जांच रिपोर्ट का निर्देश दिया गया है।