मथुरा, यूपी में पानी की टंकी गिरने से एक बड़ा हादसा हो गया है। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई जबकि करीब दर्जन भर लोग घायल हो गए। टंकी गिरने के बाद इसकी क्वालिटी व निर्माण को लेकर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि इसका निर्माण 3 साल पहले यानि 2021 में ही हुआ था।
शहर की एक आवासीय कॉलोनी का टैंक रविवार शाम अचानक ढह गया, जिससे कई घर मलबे की चपेट में आ गए। इस घटना में दो महिलाओं की मौत हो गई और 12 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। करीब ढाई लाख लीटर क्षमता वाली यह पानी टंकी तीन साल पहले ही बनकर तैयार हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, थाना क्षेत्र में बीएसए डिग्री कॉलेज के पीछे उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद द्वारा विकसित कृष्णा विहार कॉलोनी की पानी की टंकी रविवार शाम करीब छह बजे सामान्य बूंदाबांदी के बीच अचानक ढह गई।
छह करोड़ की लागत से कराया गया था टंकी का निर्माण
जिलाधिकारी ने बताया कि यह 2.5 लाख लीटर क्षमता का टैंक था। इसका निर्माण जल निगम ने गंगा जल पेयजल परियोजना के तहत 6 करोड़ रुपये की लागत से कराया था। जिलाधिकारी सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडे सहित जिले के सभी शीर्ष अधिकारी बचाव और राहत कार्य की निगरानी कर रहे हैं। राजस्व विभाग प्रभावित परिवारों को भोजन और आवास की सुविधा उपलब्ध करा रहा है।
उन्होंने बताया कि आवास विकास परिषद द्वारा विकसित कृष्णा विहार कॉलोनी की पानी की टंकी का निर्माण कार्य वर्ष 2021 में ही पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा नियंत्रण बल की टीमों को भी बचाव कार्य के लिए बुलाया गया है और उनके जल्द ही यहां पहुंचने की संभावना है। सिंह ने कहा कि बचाव अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक यह सुनिश्चित नहीं हो जाता कि मलबे में कोई मौजूद नहीं है।
सपा नेता ने रखी ये मांग
उधर, हादसे के बाद मौके पर पहुंचे बीजेपी विधायक श्रीकांत शर्मा ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस हादसे के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, समाजवादी पार्टी नेता प्रदीप चौधरी ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा, घायलों का उचित इलाज और क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत के लिए आर्थिक मदद की मांग की है।