
राजस्थान में विधायक बनने से पहले ही बीजेपी नेता सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को मंत्री बनाया गया है। टीटी श्रीकरणपुर विधानसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं। कांग्रेस प्रत्याशी के निधन के कारण चुनाव नहीं हो सका था। सुरेंद्र पाल को मंत्री बनाए जाने पर उनके समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की है। मोदी जिंदाबाद के नारे लगाए है। टीटी वसुंधरा राजे सरकार में भी खनन मंत्री रह चुके है।
कांग्रेस ने साधा निशाना
टीटी को मंत्री बनाए जाने पर गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराएंगे। यह आचार संहिता का उल्लंघन है। ट्वीट किया-भाजपा का अहंकार सातवें आसमान पर है। भाजपा ने चुनाव आयोग को ठेंगा दिखाकर आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन करते हुए श्रीकरणपुर से भाजपा प्रत्याशी श्री सुरेंद्रपाल टीटी को मंत्री पद की शपथ दिलाई है। देश में यह पहला मामला है जब चुनाव से पूर्व भाजपा ने अपने प्रत्याशी को मंत्री बनाया है, कांग्रेस इस मामले को चुनाव आयोग के संज्ञान में लाकर कार्रवाई की मांग करेगी। भाजपा भले ही मतदाताओं को प्रलोभन दे लेकिन श्रीकरणपुर की सीट कांग्रेस पार्टी बड़े अंतर से जीतेगी।
5 जनवरी 2024 को मतदान होना है
बता दें श्रीगंगानगर जिले की श्रीकरणपुर विधानसभा सीट पर 5 जनवरी 2024 को मतदान होना है। इसके लिए कांग्रेस पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है। प्रदेश में सत्ता गंवाने के बाद इस सीट को जीत कर कांग्रेस एक बार लोकसभा चुनाव से पहले मोमेंटम पाना चाहती है। बुधवार को कांग्रेस के राष्ट्र्रीय महसचिव सचिन पायलट ने श्रीकरणपुर में जनसभा को संबोधित किया। उसके बाद उन्होंने रोड शो भी किया। विधानसभा चुनाव के नामांकन के बाद श्रीकरणपुर से कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर की मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने सीट पर चुनाव रद्द कर दिया था। अब 5 जनवरी को होने वाले चुनाव में कांग्रेस ने गुरमीत सिंह के बेटे रुपिंदर सिंह कुन्नर उर्फ रूबी कुन्नर को उम्मीदवार बनाया है।
कुल 22 मंत्रियों ने ली शपथ
किरोड़ीलाल मीणा और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ समेत कुल 12 कैबिनेट मंत्री बनाए गए। कैबिनेट मंत्री-किरोड़ी लाल मीणा, गजेंद्र सिंह खींवसर , राज्यवर्धन राठौड़, बाबू लाल खराड़ी, मदन दिलावर, जोगाराम पटेल, सुरेश रावत, अविनाश गहलोत, जोगाराम कुमावत, हेमंत मीणा, कन्हैया लाल चौधरी और सुमित गोदारा बनाए गए है। जबकि राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)-संजय शर्मा, गौतम कुमार दक, झाबर सिंह खर्रा, सुरेंद्र पाल सिंह टीटी और हीरा लाल नागर। राज्यमंत्री- ओटाराम देवासी, डॉ. मंजू बाघमार, विजय सिंह चौधरी, केके विश्नोई और जवाहर सिंह बेडम।