पाली : पिलोवनी गांव में चारभुजा मंदिर जीर्णोद्धार महोत्सव गुरुवार से प्रारंभ हो गया। इस महोत्सव में 7 दिनों तक विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। गुरुवार को दोपहर में ब्रह्मधाम आसोतरा के गादीपति सिद्ध पीठाधीश्वर तुलसारामजी महाराज के शिष्य डॉक्टर वेदांताचार्य ध्यानारामजी महाराज का आवागमन हुआ।
डॉ. वेदांताचार्य का समाजबंधुओं ने पुष्प वर्षा के साथ धूमधाम के साथ स्वागत किया। इसके बाद में विधिवत रूप से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन शुरू होगा। इस मौके पर डॉ. वेदांताचार्य ने प्रवचन करते हुए कहा वर्तमान में आधुनिक युग मैं समाज के लिए विकास के लिए बच्चों को परिवार में ही शिक्षा के साथ-साथ संस्कार जरूर दें। यह संस्कार उसके व्यक्तित्व निर्माण के लिए बहुत जरूरी है।
इससे ही वो सही व गलत के बारे में जान सकेगा। डॉ. वेदांताचार्य ने कहा कि भागवत था का श्रवण करने मात्र से मनुष्य के सभी पाप धुल जाते हैं। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को इस कथा का श्रवण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि गांवों में धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन से आपसी प्रेम व सद्भाव पढ़ता है। एक दूसरे का मान-सम्मान सिखाते हैं। ऐसे में धार्मिक कार्यक्रम होते रहने चाहिए।
वेदांताचार्य का एक घंटे का ही प्रवास था। लेकिन इसके बाद भी 3 घंटे से अधिक समय तक वो रुके। गौरतलब है कि मंदिर का मुख्य कार्यक्रम 1 जून को होगा। इस बीच 7 दिनों तक भागवत कथा का आयोजन किया जाएगा। संतों के सानिध्य में होने वाले इस कार्यक्रम को लेकर विभिन्न कमेटियों का गठन समाज के प्रबुद्ध जनों की निगरानी में किया गया है। इसको लेकर समाज के सभी गांवों में निमंत्रण पत्र भी दिए गए हैं।
भागवत कथा का आयोजन शुरू, 1 मई तक होंगे कार्यक्रम
मंदिर जीर्णोद्धार महोत्सव के पहले दिन सुबह गणपति पूजन किया गया। इसके बाद जल यात्रा व भागवत यात्रा निकाली गई। दोपहर के बाद भागवत कथा का आयोजन शुरू हो गया। 26 मई को पीठ पूजन, विष्णु यज्ञ होगा। 27 मई को विष्णु सहस्त्र पाठ, हवन होगा। 28 मई को मंडप वास्तु यज्ञ, शांति पुष्टिक यज्ञ का आयोजन होगा।
29 मई को लक्ष्मीनाराण यज्ञ, 30 मई को मूर्ति हवन होगा। 31 मई को वरघोडा, प्रसाद वास्तु हवन, मूर्ति मंदिर अभिषेक, भागवत कथा विश्राम, शाम को भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। वहीं 1 जून को उतर कर्म, यज्ञ पूर्णाहुति, तोरण, छप्पन भोग, महाआरती, अमर ध्वजा कार्यक्रम का आयोजन होगा।