
बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में आईएमसी के प्रदर्शन के ऐलान को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। आईएमसी नेता मौलाना तौकीर रजा ने ऐलान किया है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद इस्लामिया मैदान में सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य किया जाएगा। 1400 पुलिसकर्मियों को इस्लामिया मैदान में तैनात किया गया है। अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत हल्द्वानी में भड़की हिंसा और उसके बाद पुलिसकर्मियों एवं प्रशासन की टीम को घेरकर जलाने के प्रयास के बाद से माहौल गरमाया हुआ है। उत्तराखंड पहले से हाई अलर्ट पर है। वहीं, मौलाना तौकीर रजा के ऐलान के बाद उत्तराखंड से लेकर बरेली तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मस्जिदों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था चौकस की गई है। बरेली के इस्लामिया मैदान में 6 एएसपी और 12 सीओ की तैनाती की गई है। 50 इंस्पेक्टर और 150 दारोगा की भी तैनाती वहां की गई है। किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए चार कंपनी पीएसी और एक कंपनी आरएएफ की तैनाती बरेली पुलिस प्रशासन ने की है।
तौकीर रजा ने किया है ऐलान
मौलाना तौकीर रजा ने जुमे की नमाज के बाद गिरफ्तारी का ऐलान किया है। उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि देश में नफरत का माहौल बना दिया गया है। हम सब की जिम्मेदारी है कि अपनी इबादतगाहों को बचाए रखने के लिए संविधान में दिए अधिकार के साथ हम शांतिपूर्वक अपना विरोध दर्ज कराएं। मौलाना रजा ने कहा कि हमसे बोलने का अधिकार छीना जा रहा है। जुल्म को किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जा सकता है। इस प्रकार की स्थिति हम नहीं देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम जब कुछ नहीं कर सकते तो ऐसी आजादी से बेहतर जेल जाना है।
तौकीर रजा खान ने कहा कि लोगों में गुस्सा काफी भर चुका है। उन्होंने अपील की कि हमें कोई भी ऐसा काम नहीं करना है, जिससे गलत संदेश जाए। प्रदर्शन या विरोध को संवैधानिक दायरे में रहकर करने की अपील भी की। उन्होंने कहा विरोध दर्ज कराने के अलग- अलग तरीके हैं। हमें अपने- अपने तरीके से विरोध दर्ज कराना है। कारोबार को बंद कर विरोध दर्ज कराना सही है। पुलिस और प्रशासन से कोई लड़ाई न होने की भी बात उन्होंने की। हम
तौकीर रजा समेत 30 को नोटिस
तौकीर रजा समेत 30 लोगों को रेड नोटिस जारी किया गया है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सिटी एसटी राहुल भाटी ने कहा कि तौकीर रजा समेत 20 लोगों को नोटिस जारी किया गया है। हमने हायर अथॉरिटी से सुरक्षा बलों की उपलब्धता का अनुरोध किया। दूसरे जिलों से 700 पुलिसकर्मियों की उपलब्धता कराई गई है। जिले के सुरक्षा बलों को प्वाइंट बनाकर तैनात किया गया है। दंगा नियंत्रण का सामान और आंसू गैस के वाहनों की तैनाती की गई है। कॉलेज परिसर में किसी प्रकार के कार्यक्रम की अनुमति नहीं है। उन्हें सील किया गया है। रास्तों पर बैरिकेडिंग की गई है।
एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान के नेतृत्व में पुलिस ने गुरुवार रात बिहारीपुर की मिश्रित आबादी वाले क्षेत्र में गश्ती हुई। इसमें पुलिस, पीएसी और आरएएफ के साथ घुड़सवार पुलिस की टुकड़ी भी इसमें शामिल रही। अधिकारियों ने तंग गलियों में घूमकर लोगों से बात कर उन्हें सुरक्षा का अहसास कराया।
सीमा पर चेकिंग अभियान
एसपी सिटी ने बताया कि दूसरे जिलों से लगी सीमा पर बैरियर लगाया गया है। अवैध आयोजन में शामिल होने के लिए भीड़ के आने की निगरानी की जा रही है। अगर ऐसे लोग उधर आए तो उन्हें वापस भेजा जाएगा। अड़ने वाले लोगों को कार्रवाई की जाएगी। जिले के कस्बों और बड़े गांवों में वहां की पुलिस को निगरानी करने का निर्देश दिया गया है। वहां से कोई आया तो कार्रवाई होगी। उत्तराखंड के हल्द्वानी में हिंसा की घटना को लेकर कार्रवाई की जाएगी। शुक्रवार को माहौल बिगड़ा तो ऐसे लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि कार्यक्रम की अनुमति नहीं ली गई है। संवैधानिक तरीके से बात रखने का सबको अधिकार है। अगर सड़क पर उतरकर किसी ने माहौल खराब करने की कोशिश की तो पुलिस सख्ती से निपटेगी।