राजस्थान में आरपीएससी पेपर लीक मामले के मास्टर माइंड सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण की गिरफ्तारी पर एक-एक लाख रुपये का इनाम रखा है। डीजीपी उमेश मिश्रा ने यह जानकारी दी। बता दें पेपर लीक के मास्टर माइड सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण फरार चल रहे हैं। पुलिस ने 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। लेकिन सारण और ढाका की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। दोनों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने ईनाम की राशि में बढ़ोतरी कर दी है। पहले पुलिस ने सुरेश ढाका की गिरफ्तारी पर कम ईनाम रखा था। पेपर लीक मामले में गहलोत सरकार ऐक्शन के मोड पर है। इससे पहले जेडीए ने सारण और ढाका के कोचिंग संस्थान पर बुलडोजर चलाया था। इसके बाद सारण के राजधानी जयपुर स्थित मकान को ध्वस्त किया था। जेडीए ने अब ध्वस्त किए गए मकान में खर्च होने वाली राशि की वसूली के लिए ढाका को 19 लाख रुपये को नोटिस थमाया है। वसूली नहीं होने पर जेडीए मकान की नीलामी करेगा।
पेपर लीक को लेकर गरमाई हुई है सियासत
राजस्थान में पेपर लीक मामले में सियासत गरमाई हुई है। बीजेपी सांसद किरो़ड़ी लाल मीना धरने पर बैठे है। किरोड़ी लाल की मांग है कि पेपर लीक के मास्टर माइंड सारण और ढाका को गिरफ्तार किया जाए। साथ ही पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए। हालांकि गहलोत सरकार ने पेपर लीक मामले की सीबीआई से जांच कराने से इनकार कर दिया है। पेपर लीक मामले में गहलोत सरकार ने 36 अभ्यर्थियों को डिबार भी कर दिया है।
विधानसभा में हुआ हंगामा
पेपर लीक मामले में राजस्थान की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी गहलोत सरकार को लगातार निशाने पर ले रही है। बीजेपी का आरोप है कि गहलोत सरकार के शासन में प्रतियोगी परीक्षाएं निष्पक्ष तौर पर नहीं हो रही है। इसलिए पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया गहलोत पर आरोप लगाते रहे हैं। विधानसभा के मौजूदा सत्र में भी बीजेपी ने गहलोत सरकार को निशाने पर ले रखा है। पेपर लीक मामले को लेकर विधानसभा में काफी हंगामा हुआ।