आज देश 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से 10वीं बार तिरंगा फहराया. पीएम मोदी राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं. इससे पहले पीएम मोदी ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने ट्वीट कर देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस पर बधाई भी दी. इसके बाद पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया
पीएम मोदी बोले- यह भारत न रुकता है, न थकता है, न हांफता है
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में 25 साल से चर्चा हो रही थी कि नई संसद बने। यह मोदी है कि समय से पहले नई संसद बनाकर रख दी। यह काम करने वाली सरकार है। यह नया भारत है, जो आत्मविश्वास से भरा हुआ है। यह संकल्पों को चरितार्थ करने वाला भारत है। यह भारत न रुकता है, न थकता है, न हांफता है, न ही हारता है।
पूरी दुनिया ने महंगाई को दबोच रखा है
प्रधानमंत्री बोले कि पूरी दुनिया ने महंगाई को दबोच रखा है। हम सामान तो आयात करते हैं, हमारा दुर्भाग्य है कि महंगाई भी आयात करनी पड़ती है। भारत ने महंगाई को नियंत्रित रखने के लिए भरसक प्रयास किए हैं। पिछले कालखंड की तुलना में हमें सफलता मिली है। हम इतने से नहीं मान सकते, महंगाई को कम से कम रखने के लिए कदम उठाने होंगे। मेरा प्रयास निरंतर जारी रहेगा।

विश्वकर्मा योजना शुरू करने की घोषणा की
पीएम मोदी ने कहा कि पांच साल के कार्यकाल में 13.5 करोड़ गरीब भाई-बहन गरीबी जंजीर तोड़कर उससे बाहर आए हैं। जब 13.5 करोड़ गरीबी की मुसीबतों से कैसे बाहर निकले हैं- आवास योजना, रेहड़ी-पटरी वालों के साथ ही सुनार, सुतार, राजमिस्त्री, बाल काटने वाले, औजारों-हाथों से काम करने वाले वर्ग को हम नई ताकत देने जा रहे हैं। हम इस बार विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा योजना शुरू करेंगे। 13-15 हजार करोड़ रुपये से इसे शुरू करेंगे।
पीएम मोदी ने एक बार फिर किया अपनी गारंटी का जिक्र
प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्रचीर से कहा कि आने वाले पांच साल में मोदी की गारंटी है कि देश पहली तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में जगह ले लेगा। गरीबी से बाहर आए 13.5 करोड़ लोग मध्यमवर्ग की शक्ति बन रहे हैं। जब गांव की शक्ति बढ़ती है तो शहरों की आर्थिक अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ती है। हमें इस बल देकर आगे चलना चाहते हैं।
साढ़े पांच साल के कार्यकाल में 13.50 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए
पीएम मोदी ने कहा, हम 2014 में वश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे। आज हम पांचवें नंबर पर पहुंच चुके हैं। ये ऐसे ही नहीं हुआ है। भ्रष्टाचार ने देश को दबाए रखा था। मैं 10 सालों का हिसाब देशवासियों को दे रहा हूं। पहले गरीबों का घर बनाने के लिए 90 हजार करोड़ खर्च होता था। आज चार लाख करोड़ खर्च हो रहे है। पिछले साढ़े पांच साल के कार्यकाल में 13.50 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए।
सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय पर यकीन रखती है सरकार
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि तीन दशकों तक अनिश्चितता और अस्थिरतता का कालखंड था, उससे मुक्ति मिली। देश के पास एक ऐसी सरकार है, जो सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय पर यकीन रखती है। वह पाई-पाई जनता की भलाई के लिए लगा रही है। मेरे देशवासियों का मान एक बात से जुड़ा हुआ है- राष्ट्र प्रथम। यही दूरगामी और सकारात्मक परिणाम पैदा करने वाला है। 2014 में और 2019 में आपने मजबूत सरकार फॉर्म की, तो मोदी में रिफॉर्म करने की हिम्मत आई। तब मेरे नौकरशाही के लाखों लोगों ने परफॉर्म करने वाली जिम्मेदारी बखूबी निभाई, अब जनता ट्रांसफॉर्म करती दिख रही है। रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म की ताकत नजर आ रही है। इससे आने वाले हजार सालों की नींव मजबूत हो रही है।
पीएम मोदी बोले- अब गेंद हमारे पाले में है, हमें अवसर नहीं जाने देना है
लाल किले की प्रचीर से पीएम मोदी बोले कि कोरोना काल में भारत ने जिस प्रकार देश को आगे बढ़ाया, दुनिया ने हमारे सामर्थ्य को देखा। जब दुनिया की सप्लाई चेन तहस-नहस हो गई, तब हमने कहा था कि विश्व का विकास देखना है तो मानव केंद्रित होना चाहिए। तब जाकर सही समाधान निकालेंगे। आज जो भारत ने कमाया है, वह दुनिया में स्थिरता की गारंटी लेकर आया है। अब न हमारे मन में, न 140 करोड़ लोगों के मन में और न दुनिया के मन में कोई किंतु-परंतु है। अब गेंद हमारे पाले में है, हमें अवसर नहीं जाने देना है, मौका छोड़ना नहीं चाहिए। मेरे देशवासियों में समस्याओं की जड़ों को समझने का सामर्थ्य है, इसलिए 2014 में देशवासियों ने 30 साल के अनुभव के बाद तय किया कि देश को आगे ले जाना है तो मजबूत, स्थिर और पूर्ण बहुमत वाली सरकार चाहिए।

भारत का एक्सपोर्ट तेजी से बढ़ रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत का एक्सपोर्ट तेजी से बढ़ रहा है। दुनिया की रेटिंग एजेंसियां भारत का गौरव कर रही हैं। मैं विश्वास से देख रहा हूं कि जिस प्रकार से द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद दुनिया की नई वैश्विक व्यवस्था देखी थी, मैं साफ-साफ देख रहा हूं कि कोरोना के बाद नई वैश्विक व्यवस्था बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है। उसकी सारी व्याख्याएं बदल रही हैं। आप गौरव करेंगे, बदलते हुए विश्व को आकार देने में आज 140 करोड़ देशवासियों का सामर्थ्य नजर आ रहा है। आप निर्णायक मोड़ में खड़े हैं।
हम दुनियाभर से सामान इंपोर्ट करते हैं तो हमें महंगाई भी इंपोर्ट करनी पड़ती है. हमने इसके लिए भरसक प्रयास किए हैं लेकिन हमें इतने से राहत नहीं है. आज देश आधुनिकता की ओर बढ़ने के लिए काम कर रहा है, आज देश ग्रीन हाइड्रोजन के लिए काम कर रहा है, स्पेस में काम हो रहा है तो डीप सी मिशन पर भी कम हो रहा है. मेट्रो, रैपिड रेल, बुलेट ट्रेन, क्वांटम कंप्यूटर, FPO का निर्माण हो रहा है तो हम सेमी कंडक्टर का भी निर्माण करने जा रहे हैं. हम खिलाड़ियों को स्पेशल ट्रेनिंग दे रहे हैं. आज भारत पुरानी सोच, पुराने ढर्रे को छोड़कर काम कर रहा है. हम जिसका शिलान्यास करते हैं उसका उद्घाटन भी हम ही करते हैं. इन दिनों जिनका शिलान्यास हम कर रहे हैं उनका उद्घाटन भी आपने मेरे ही जिम्मे छोड़ा हुआ है.
हमने समय से पहले बना दी नई संसद
हमारे देश में 25 साल से संसद बनाने की चर्चा हो रही थी. ये मोदी है जिसने समय से पहले नई संसद बनाकर रख दिया. ये नया भारत है, ये काम करने वाला भारत है. ये भारत न रुकता है, न थकता है, ये भारत न हांफता और न ही ये भारत हारता है. हमारी सीमाएं पहले से अधिक सुरक्षित हुई है. मैं आजादी के मौके पर सीमा पर बैठे जवानों और देश के अंदर सुरक्षा का काम रहे जवानों को मैं बधाई देता हूं. सेना को आधुनिक और युवा बनाने के लिए रिफॉर्म हो रहा है. पहले हर जगह लिखा रहा था कि यहां बम धमाका हुआ, वहां बम धमाका हुआ. अब सीरियल बम धमाकों का जमाना बीती हुई बात हो गई है. आज देश में आतंकी हमलों में कमी आई है, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में परिवर्तन आया है.
हम 2047 में विकसित भारत का सपना लेकर चल रहे हैं, यह हमारा संकल्प है. इसे पूरा करने के लिए हम परिश्रम की पराकाष्ठा दिखा रहे हैं. दुनिया में जो भी देश संकटों से निकले हैं, उनमें राष्ट्रीय चरित्र ही अहम कैटलिस्ट रहा है. आने वाले 25 साल हम एक ही मंत्र को लेकर चलें कि भारत की एकता को आंच आए ऐसी मेरी भाषा न हो, हर वक्त देश को जोड़ने का प्रयास हो. हम सब एकता के भाव के साथ आगे बढ़ें. हमें श्रेष्ठ भारत के मंत्र को जीना होगा.