शहर के निकट बनाड़ एरिया में शुक्रवार को एक स्कूल की छुट्टी के बाद घर की तरफ से लौट रहे चार बच्चों के पीछे श्वान पीछे पड़ गए। डरे सहमें बच्चें इधर उधर भाग गए। दो बच्चें रेलवे टे्रक की तरफ भागे और वे रेल की चपेट में आ गए। हादसे में दोनों बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश फैल गया और वे विरोध प्रदर्शन पर उतरने के साथ हंगामा करने लगे। विरोध की स्थिति को देखते हुए पुलिस जाब्ता वहां बुलाना पड़ा। बच्चों को देर शाम तक अस्पताल की मोर्चरी में शिफ्ट कराया गया। घटना के बाद हरकत आए नगर निगम दस्ते ने दोनों घरेलु श्वानों को पकड़ा और लेकर गए।
एडीसीपी पूर्व नाजिम अली ने बताया कि स्कूल से घर जा रहे दो बच्चों के पीछे पड़े कुत्ते पड़ गये। कुत्तों से बचने के लिये भागे ये दोनों स्कूली छात्र रेल पटरी के पार जाने लगे तभी रेलगाड़ी आ गई और दोनों बच्चों की रेल से कट कर मौत हो गई। दरअसल जोधपुर से बनाड़ सडक़ के बायीं तरफ रेल पटरियां हैं। पास ही के एक मकान में पालतू कुत्ता भौंक रहा जिसे देख गली के आवारा कुत्ते भी विरोध में भौंकने लगे। इसी समय पास की स्कूल से बच्चे पटरी के सहारे सहारे कच्चे रास्ते से गुजर रहे थे। ये कुत्ते इन बच्चों के पीछे काटने को दौड़े तब वे जान बचाकर भाग रहे दोनों बच्चे जैसे ही पटरी पार दूसरी तरफ भागे, तेज गति में आई ट्रेन ने उन्हें चपेट में ले लिया और बच्चों के टुकड़े हो गये। मौके पर ही दोनों स्कूली बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई।

शोर मचाने से आस-पास के लोग एकत्र हो गए
अचानक हुई इस घटना से अन्य बच्चे सहम गए। उनके शोर मचाने से आस-पास के लोग एकत्र हो गए। घटना के बाद बच्चे बेहद डरे सहमे थे। सूचना पर मौके पर पहुंची माता का थान थाना पुलिस ने शवों को ट्रेक से हटवाया और अस्पताल पहुंचाया। वहीं सूचना पर मृतक बच्चों के परिजन भी मौके पर पहुंच गए। उनका रो-रोकर बुरा हाल था।