आज आपके लिये दिल से लिखा है – संडे मूड में ।
एक तरफ़ जन आक्रोश का शोर है तो दूसरी ओर भारत जोड़ो यात्रा का । दोनों पार्टियाँ पुरानी भी हैं, मीडिया में छाई रहती हैं, पैसे की भी उनके पास कोई कमी नहीं है । उनके ताम झाम से सच में जनता को लगता है कि इनका विकल्प आसान नहीं । ये दोनों पार्टियाँ एक दूसरे पर आरोप लगाती हैं और ख़ुद को दूसरी से बेहतर बताती हैं । देरानी जेठानी या सास बहू टाइप ! पर जनता की इनमें रूचि बहुत अधिक है ।
जो दिखता है, वह बिकता है – यह बाज़ार का नियम भी है ।
ऐसे में हमारे जैसी BPL पार्टी का कोई वजूद नहीं है । राजस्थान के अधिकतर लोगों ने तो हमारा नाम भी नहीं सुना है । जिन्होंने सुना है, उनको हमारी सफलता पर पूरा संदेह है । इसलिए वे सहयोग नहीं करना चाहते । यह जानते हुए भी कि हमारी बात में दम है ! वे अपनी ‘इज्जत’ को हमारे साथ खड़े होकर ख़राब नहीं करना चाहते ! भले उनके परिवारों को राजनीति से भारी नुक़सान होता है पर वे मानसिक रूप से बंधे हुए हैं तो बंधे हुए हैं ।
तो क्या मैं और मेरे साथी निराश हैं ?
ना मित्र ! अब हमारे साथ हज़ारों लोग चुपचाप जुड़ गए हैं । 25 दिसम्बर को हम क्वार्टरफाइनल में क्रोशिया और मोरक्को की तरह ब्राज़ील और पुर्तगाल जैसी टीमों को बाहर कर देंगे । उसके बाद 23 मार्च को सेमीफ़ाइनल में हम अर्जेंटीना और फ़्रांस को निपटा देंगे ! और फिर फाइनल में हम Rajasthan Political Football जीत लेंगे ! आपको आपका राज, जनता का राज यानी ट्रॉफ़ी सौंप देंगे । इंक़लाब ज़िंदाबाद कर देंगे ।
कैसी लगी मेरी बात ? शक है क्या ? मन को साइड में रखकर आत्मा से पूछना और फिर उत्तर लिखना ।
और हाँ , आ ही जाना मेड़ता, पंद्रह दिन बाद । कुछ पाकर जाओगे , कुछ भारी होकर जाओगे ।
यह ध्यान रखना , लिखने वाले ने भारत की सबसे कठिन परीक्षा, IAS वाली, पास की है और दस साल से पब्लिक के बीच सादगी से बहुत सीखा है, समझा है और अपने जैसे लोगों को जोड़ा है, राजस्थान के हर कोने से, गाँव से । एक ही जुनून – जनता को राज सौंपना है, जो संविधान में लिखा है । राजनीति का अंतिम संस्कार करके लोकनीति स्थापित करना है ।
अभिनव अशोक
अभिनव राजस्थान पार्टी