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सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व माना गया है। पंचांग के अनुसार, यह वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस साल, अक्षय तृतीया 10 मई 2024 को मनाई जाएगी। यह त्योहार शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए भी शुभ माना जाता है। अक्षय तृतीया का अर्थ है- अनंत फल देने वाला। इस दिन किए सभी शुभ कार्य अक्षय यानी अनंत फल देने वाले होते है। अक्षय तृतीया के दिन भगवान परशुराम का जन्म हुआ था। वहीं इस दिन भगवान वेद व्यास ने महाभारत लिखना शुरु किया था। इस दिन स्नान-दान और पूजा-पाठ करना बेहद शुभ होता है।
एल्युमिनियम के बर्तन न खरीदें
अक्षय तृतीया के दिन भूलकर भी एल्युमिनियम के बर्तन न खरीदें। ऐसा कहा जाता है एल्युमिनियम के बर्तन खरीदने से जातक को धन हानि की संभावना रहती है और जातकों को अशुभ परिणाम मिलने लग जाते हैं।
काले रंग के वस्त्र
इस दिन गलती से भी काले रंग के वस्त्र न खरीदें। ऐसा कहा जाता है कि काले रंग पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव ज्यादा रहता है और यह दिन उत्तम फलदायी माना जाता है। इस दौरान काले रंग के वस्त्र पहनने से बचना चाहिए।
काले रंग की वस्तु
अक्षय तृतीया के दिन काले रंग की वस्तु भूलकर भी न खरीदें। अगर आप काले रंग के वस्तु खरीदते हैं, तो जातकों को अशुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही ग्रह दोष भी उत्पन्न होने लगता है।
चाकू न खरीदें
इस दौरान कांटेदार वस्तुएं जैसे कि चाकू, कैंची और सुई न खरीदें। ऐसा करने से मन में नकारात्मकता आ सकती है। साथ ही व्यक्ति को कभी जीवन में सफलता नहीं मिलती है।
प्लास्टिक की चीजें न खरीदें
अक्षय तृतीया के दिन भूलकर भी न खरीदें प्लास्टिक की चीजें। ऐसा कहा जाता है कि जो जातक प्लास्टिक खरीदते हैं, उसे जीवन में दरिद्रता का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं व्यक्ति को कभी सुख और समृद्धि की प्राप्ति नहीं होती है।
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