नई दिल्ली: सोमवार शाम राजधानी दिल्ली लाल किले के पास जोरदार धमाके से दहल उठी। शाम करीब 6 बजकर 55 मिनट पर एक कार में विस्फोट हुआ, जिससे आसपास खड़ी कई गाड़ियां आग की चपेट में आ गईं। धमाका इतना भीषण था कि कुछ ही सेकंड में कार आग के गोले में तब्दील हो गई। इस हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं।
धमाके से दहली राजधानी
धमाके के तुरंत बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। दिल्ली पुलिस और फॉरेंसिक टीमों ने घटनास्थल को घेरकर जांच शुरू कर दी है। अभी तक विस्फोट के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धमाका इतना तेज था कि ऐसा लगा मानो “मौत सामने खड़ी है।” आसपास की 7–8 गाड़ियां बुरी तरह जल गईं। पुलिस ने इलाके को सील कर ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया है।
हादसा या आतंकी साजिश?
वहीं, जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि यह हादसा था या किसी आतंकी साजिश का हिस्सा। एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) और फॉरेंसिक विभाग की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं। प्रारंभिक जांच में कई संदिग्ध सामग्रियां बरामद हुई हैं। इस धमाके से कुछ घंटे पहले ही सुरक्षा एजेंसियों ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था। इस कार्रवाई ने अब इस धमाके को और भी संदिग्ध बना दिया है।

फरीदाबाद से मिला विस्फोटक जखीरा
रविवार को हरियाणा के फरीदाबाद स्थित एक मेडिकल कॉलेज से जुड़े डॉक्टरों के पास से 2,900 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट, एक असॉल्ट राइफल और कई हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया गया था। अधिकारियों के मुताबिक, यह सामग्री कई शक्तिशाली IED तैयार करने के लिए इस्तेमाल की जानी थी, जिनसे दिल्ली को दहलाने की साजिश रची जा रही थी।
बरामद वस्तुओं में 20 टाइमर, 24 रिमोट कंट्रोल, 5 किलो भारी धातु, वॉकी-टॉकी सेट, तार, बैटरियां और अन्य विस्फोटक सामग्री शामिल है।
चार संदिग्ध डॉक्टर गिरफ्तार
धमाके से पहले गिरफ्तार किए गए संदिग्धों में चार डॉक्टर और एक मौलवी शामिल हैं —
- डॉ. मुज़म्मिल शकील: अल-फलाह अस्पताल, फरीदाबाद से गिरफ्तार। किराए के घर से भारी मात्रा में रसायन बरामद।
- डॉ. शाहीन शाहिद: लखनऊ निवासी महिला डॉक्टर, जिसकी कार से असॉल्ट राइफल और कारतूस मिले।
- डॉ. अदील अहमद राठेर: सहारनपुर से गिरफ्तार, पहले भी जैश-ए-मोहम्मद समर्थक पोस्टर लगाने के मामले में नामजद।
- मौलवी इश्तियाक: फरीदाबाद की एक मस्जिद का इमाम, जो मुज़म्मिल के नियमित संपर्क में था।
पुलिस के अनुसार, इन सभी के नेटवर्क का लिंक आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हो सकता है।
जांच जारी, सुरक्षा बढ़ाई गई
फरीदाबाद पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि शकील पहले भी श्रीनगर में पोस्टर लगाने के मामले में वांछित था। दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सभी कोणों से जांच की जा रही है और किसी भी तरह की साजिश को बख्शा नहीं जाएगा।
लाल किला क्षेत्र और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रातभर सर्च ऑपरेशन चलाया और कई संदिग्धों से पूछताछ जारी है।


