दीपावली 2025: सोमवार, 20 अक्टूबर को जगमग होंगे दीप – शुभ मुहूर्त में करें लक्ष्मी-गणेश पूजन, आएंगी माँ लक्ष्मी

0
39
दीपावली 2025 के शुभ मुहूर्त में घर में लक्ष्मी-गणेश पूजन और दीपक
दीपावली 2025 के शुभ मुहूर्त में घर में लक्ष्मी-गणेश पूजन और दीपक

शुभ मुहूर्त, ज्योतिषीय महत्व और पूजन विधि दीपावली का ज्योतिषीय महत्व पूजा कर घर लाएँ धन-संपत्ति और सुख-समृद्धि

बैंगलोर: कार्तिक अमावस्या तिथि पर मनाया जाने वाला दीपावली पर्व इस वर्ष सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस दिन लक्ष्मी-गणेश पूजा करने से धन-संपत्ति में वृद्धि और सुख-समृद्धि के योग 13 गुना बढ़ जाते हैं।

दीपावली केवल रोशनी का पर्व नहीं है, बल्कि यह आध्यात्मिक और आर्थिक समृद्धि का प्रतीक है। अमावस्या तिथि, प्रदोष काल और वृषभ लग्न के विशेष संयोग में की गई पूजा से शीघ्र फल प्राप्त होता है। इस रात्रि में दीप जलाने का अर्थ केवल अंधकार मिटाना नहीं, बल्कि भीतर की नकारात्मकता को समाप्त कर आत्मा में प्रकाश लाना है।

दीपावली 2025 का शुभ मुहूर्त

  • अमावस्या तिथि प्रारंभ: सोमवार, 20 अक्टूबर दोपहर 3:46 बजे
  • अमावस्या तिथि समाप्त: मंगलवार, 21 अक्टूबर सायं 5:55 बजे
  • चित्रा नक्षत्र: 20 अक्टूबर रात्रि 8:17 बजे से 21 अक्टूबर रात्रि 10:59 बजे तक
  • प्रदोष काल: सायं 5:27 बजे से रात्रि 8:09 बजे तक
  • वृषभ लग्न: सायं 6:50 बजे से रात्रि 8:47 बजे तक
  • लाभ चौघड़िया: रात्रि 10:09 बजे से 11:43 बजे तक
  • विशिष्ट संयोग: रात्रि 1:34 बजे से 3:34 बजे तक – अमावस्या, प्रदोष काल, वृषभ लग्न और चर चौघड़िया

लक्ष्मी-गणेश पूजन विधि

  1. लकड़ी की चौकी या सिंहासन पर लाल वस्त्र बिछाएँ।
  2. चौकी पर श्रीलक्ष्मी और श्रीगणेश जी की मूर्तियाँ स्थापित करें (लक्ष्मीजी, गणेशजी के दाहिनी ओर)।
  3. मूर्तियों के सामने जल भरा कलश रखें, जिस पर स्वास्तिक बनाकर नारियल रखें।
  4. चावल, पुष्प, सुपारी, दूर्वा, रत्न, चांदी का सिक्का आदि अर्पित करें।
  5. देशी घी का अखंड दीपक जलाएँ और परिवार सहित आरती करें।
  6. रात्रि में श्रीसूक्त, श्रीलक्ष्मी चालीसा और श्रीकनकधारा स्तोत्र का पाठ करें।
  7. कमलगट्टे या स्फटिक की माला से “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जप करें (1, 5, 7, 9 या 11 माला तक)।

पूजा के समय ध्यान रखने योग्य बातें

  • तेल और प्लास्टिक से बनी वस्तुओं की खरीद से बचें।
  • सोना, चांदी, बर्तन और मिठाई खरीदना शुभ रहेगा।
  • दीपावली की रात्रि में जागरण करें और घर के सभी दीप पूर्व दिशा की ओर जलाएँ।

अन्नकूट महोत्सव

दीपावली के अगले दिन, यानी 21 अक्टूबर 2025 को अन्नकूट एवं गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को छप्पन भोग अर्पित कर समृद्धि और वर्षा की प्रार्थना की जाती है।

दीपावली पूजन सामग्री सूची

श्रीलक्ष्मी-गणेश मूर्ति, कलश, चावल, पुष्प, दूर्वा, सुपारी, लाल वस्त्र, नारियल, चंदन, धूप, दीपक, बताशा, केशर, रोली, मौली, चाँदी के सिक्के, इत्र, ऋतुफल, हल्दी, पान, गंगाजल, देशी घी, कपास की बाती, यज्ञोपवीत, कपूर, इलायची, लौंग, पंचपात्र, दूध, दही, गुड़, गेहूँ, धनिया और चीनी के खिलौने।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here