जिले के मलिकपुर गांव में एक दलित के घर की रोटी खाने पर कुत्ते के मालिक ने उसे अछूत घोषित कर दिया और इसके एवज में 15 हजार रुपए की मांग दलित परिवार से कर दी। यह मामला जन सुनवाई में उस समय सामने आया जब एक दलित परिवार कलेक्टर एमके अग्रवाल व डीआईजी चंबल के यहां एक कुत्ते को लेकर पहुंचा। दलित परिवार की व्यथा थी कि उसने घर में बची एक रोटी पड़ोस में रहने वाले यादव परिवार के पालतू कुत्ते को खिला दी थी।
कुत्ते का स्वामी दलित महिला द्वारा रोटी खिलाने से नाराज हो गया और कहा कि रोटी खिलाकर उनके कुत्ते को अछूत कर दिया, अब इस कुत्ते को अपने घर ले जाओ और इसके एवज में मुझे 15 हजार रुपए दे दो। दलित परिवार का कहना था कि उन्होंने अपना पालतू कुत्ता उनके घर बांध दिया और 15 हजार रुपए की मांग की है।
दलित परिवार की महिला सुनीता का कहना था कि कुत्ता मालिक उनसे इस एवज में 15 हजार रुपए की मांग कर रहा है और धन नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है। उनके पास धन नहीं है और वे अब कैसे गांव में रहें। दलित परिवार जन सुनवाई में उस कुत्ते को साथ लेकर आया था, जिसे उसने घर में बची हुई एक रोटी खिला दी थी।
कलेक्टर ने दलित परिवार की व्यथा सुनकर तत्काल पुलिस को दलित उत्पीडऩ के तहत वैधानिक कार्रवाई के निर्देश दिए और दलित की सुरक्षा का इंतजाम करने को कहा।