राजस्थान के जैसलमेर में निजी बस में भीषण आग, 15 यात्री झुलसे

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जैसलमेर बस हादसा — आग में झुलसी बस और घायलों का इलाज
जैसलमेर बस हादसा — आग में झुलसी बस और घायलों का इलाज

📍 जैसलमेर: राजस्थान के जैसलमेर जिले में मंगलवार दोपहर एक बड़ा हादसा हुआ जब जैसलमेर से जोधपुर जा रही सवारियों से भरी एक निजी बस में अचानक भीषण आग लग गई। हादसा इतना भयावह था कि कुछ ही मिनटों में बस आग की लपटों में घिर गई। इस दुर्घटना में तीन बच्चे और चार महिलाएं सहित कुल 15 यात्री झुलस गए। हादसे के वक्त बस में लगभग 57 लोग सवार बताए जा रहे हैं। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और स्थानीय ग्रामीणों व राहगीरों की सूझबूझ से कई यात्रियों की जान बचाई जा सकी।

हादसा थईयात गांव के पास हुआ

जानकारी के अनुसार, हादसा मंगलवार दोपहर करीब 3:30 बजे जैसलमेर से लगभग 20 किलोमीटर दूर थईयात गांव के पास हुआ। बस रोजाना की तरह दोपहर करीब 3 बजे जैसलमेर से जोधपुर के लिए रवाना हुई थी। रास्ते में अचानक बस के पिछले हिस्से से धुआं उठता दिखाई दिया और उससे पहले कि ड्राइवर कुछ समझ पाता, बस में आग भड़क उठी। आग इतनी तेजी से फैली कि यात्रियों को बाहर निकलने का मौका भी मुश्किल से मिला।

यात्रियों और ग्रामीणों की बचाव में भागीदारी

बस में सवार यात्रियों के अनुसार अचानक धुआं फैलने से सभी यात्री घबरा गए। कुछ यात्रियों ने तुरंत खिड़कियों के शीशे तोड़कर बाहर छलांग लगाई, जबकि कई लोग आग की लपटों से झुलस गए। आसपास रहने वाले स्थानीय लोगों और राहगीरों ने मौके पर पहुंचकर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। ग्रामीणों ने पानी और रेत की मदद से आग बुझाने व बचाव कार्य में योगदान दिया। यदि स्थानीय लोग समय पर नहीं पहुंचते तो जनहानि अधिक हो सकती थी, ऐसा कई स्थानीय लोग बता रहे हैं।

एंबुलेंस और अस्पताल में इलाज

सूचना मिलते ही तीन एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंचीं और झुलसे हुए यात्रियों को तत्काल जवाहर हॉस्पिटल, जैसलमेर ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से झुलसे कुछ यात्रियों को जोधपुर रेफर किया गया। अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि कई यात्रियों को 30 से 50 प्रतिशत तक जलने की चोटें आई हैं और घायलों का इलाज जारी है। जिला प्रशासन ने घायलों के परिजनों से संपर्क कर आवश्यक सहायता देने का आश्वासन दिया है।

दमकल विभाग की कार्रवाई और बस की हालत

दमकल विभाग की टीम के मौके पर पहुंचने तक बस पूरी तरह जल चुकी थी। आग पर काबू पाने में करीब एक घंटे से अधिक समय लगा और बस का केवल ढांचा ही बचा। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है, लेकिन सही कारण की पुष्टि के लिए तकनीकी जांच जारी है। दुर्घटना स्थल पर प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस टीम ने राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी की।

प्रशासनिक व पुलिस जांच

घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जैसलमेर के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और बस के ड्राइवर व क्लीनर से पूछताछ की जा रही है। प्रशासन ने बस कंपनी से सुरक्षा मानकों और वाहन की तकनीकी जांच रिपोर्ट माँग ली है। जिला कलेक्टर प्रताप सिंह ने निर्देश दिए हैं कि घायलों को हरसंभव चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए और आवश्यक सहायता प्रदान की जाए। प्रभावितों के लिए जारी हेल्पलाइन नंबर हैं: 9414801400, 8003101400, 02992-252201, 02992-255055।

सेना का हस्तक्षेप और मौके का हाल

कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के बाद जली हुई बस को आर्मी ने अपने क्षेत्राधिकार में संभाल लिया। परिजन और अन्य लोग अस्पताल व पुलिस चौकियों के आसपास जमा हैं और हादसे में कितने लोग घायल या मृत हुए, इसका सटीक आंकलन अभी जारी है। कुछ परिजन दुर्घटना के शुरुआती समाचारों में 15 से 20 तक मृतकों की आशंका जता रहे थे, पर आधिकारिक पुष्टिकरण की प्रतीक्षा है।

नेताओं का रिएक्शन

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक्स पर घटनास्थल व घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों को घायलों के समुचित उपचार और प्रभावितों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी और राष्ट्रीय नेता सचिन पायलट समेत अन्य नेताओं ने भी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और घटना पर संवेदना व्यक्त की।

घायलों की सूची (प्रशासन द्वारा जारी)

जावाहिर हॉस्पिटल में भर्ती झुलसे हुए लोगों में महिपाल सिंह (50) पुत्र नाग सिंह, ओमपाल (22) पुत्र गुना रान, यूनुस (08) पुत्र पीर मोहम्मद, मनोज भाटिया (35) पुत्र राजेश्वर भाटिया, एकबाला (52) पुत्र अली खान, फिरोज (40) पुत्र इदुखान, भागा बाई (59) पुत्री हाजी खान शामिल हैं। वहीं पीर मोहम्मद (60) पुत्र सोरब खान, जीरराज (15) पुत्र अजमल, हुसैन (79) पुत्र इब्राहिम, इमिमता (60) पत्नी पीर मोहम्मद, विशाल (47) पुत्र आशीष, आशीष (45) पुत्र अभय कुमार, रफीक (21) पुत्र सामरू खान, लक्ष्मण (35) पुत्र गंगाराम व उबेदुला (50) पुत्र सुमार खान गंभीर रूप से झुलसे बताए जा रहे हैं और उनका इलाज चल रहा है।

राहत और आगे की कार्रवाई

प्रशासन ने कहा है कि प्रभावित परिवारों को आवश्यक सहायता राशि व संसाधन देने का प्रावधान किया जाएगा और तकनीकी जांच के बाद दोष या लापरवाही मिलने पर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। घटना से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी अथवा सहायता के लिए ऊपर दिए गए हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है। जिला प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है और आवश्यक सभी कदम उठाए जा रहे हैं

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