जैसलमेर। राजस्थान के जैसलमेर जिले के पूनमनगर गांव में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें सरकारी स्कूल का जर्जर पिलर गिरने से एक 7 वर्षीय छात्र की मौके पर ही मौत हो गई और एक शिक्षक गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतक छात्र तालब खान पहली कक्षा का विद्यार्थी था।
तेज हवा चली, पिलर गिरा और दब गया मासूम
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के वक्त स्कूल की छुट्टी हो रही थी और बच्चे स्कूल से बाहर निकल रहे थे। तेज हवा चल रही थी, तभी अचानक स्कूल गेट का पिलर टूटकर 7 वर्षीय तालब खान पर गिर पड़ा। छात्र पिलर के नीचे दब गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

शिक्षक अशोक सोनी भी घायल, दोनों पैर टूटे
घटना के वक्त मौजूद शिक्षक अशोक सोनी भी पिलर की चपेट में आ गए। उन्हें गंभीर चोटें आईं और दोनों पैरों में फ्रैक्चर हुआ है। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जैसलमेर के राजकीय अस्पताल में रेफर किया गया है।
प्रशासनिक लापरवाही के आरोप, 3 साल से था जर्जर पिलर
स्थानीय ग्रामीणों और परिजनों ने बताया कि स्कूल गेट का पिलर तीन साल पहले वाहन की टक्कर से क्षतिग्रस्त हुआ था, लेकिन प्रशासन ने बार-बार शिकायतों के बावजूद मरम्मत नहीं करवाई। लोगों ने हादसे के बाद मौके पर भारी विरोध प्रदर्शन किया और स्कूल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
सांसद और नेताओं ने सरकार को घेरा
सांसद हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट कर सरकार को घेरते हुए कहा, सांसद हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट कर सरकार को घेरते हुए कहा, “झालावाड़ हादसे के बाद भी लापरवाही जारी है। स्कूल का गेट तीन साल से जर्जर था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब एक मासूम की जान चली गई।” कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी घटना पर दुख जताते हुए कहा, “यह हादसा भवन सुरक्षा की अनदेखी को दर्शाता है। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त सुरक्षा नियमों की पालना होनी चाहिए।”
कलेक्टर और विधायक मौके पर पहुंचे, जांच के आदेश
जैसलमेर के कलेक्टर प्रताप सिंह नाथावत, विधायक छोटू सिंह भाटी और एसपी अभिषेक शिवहरे मौके पर पहुंचे। विधायक ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही, वहीं कलेक्टर ने हादसे को “बेहद दुखद” बताते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
2 दिन पहले झालावाड़ में 7 बच्चों की मौत
गौरतलब है कि यह हादसा दो दिन पहले झालावाड़ के स्कूल में छत गिरने की घटना के बाद हुआ है, जिसमें सात बच्चों की जान चली गई थी और 22 घायल हुए थे। उस मामले में 6 अधिकारियों को निलंबित किया गया था।