
खंडवा। खालवा थाना क्षेत्र में 45 वर्षीय आदिवासी महिला के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म और बर्बरता के मामले में मेडिकल टीम ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंप दी है।
फोरेंसिक रिपोर्ट में खुलासा: अत्यधिक हिंसा के चलते बाहर आई आंत
फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. सीमा सूटे ने जानकारी दी कि पीड़िता के जेनाइटल ऑर्गन से करीब 176 सेंटीमीटर से अधिक आंत बाहर आ चुकी थी। उन्होंने बताया कि गुप्तांगों पर गंभीर चोटें थीं, हालांकि पेट का हिस्सा सामान्य था और गर्भाशय व रेक्टम में कोई चोट नहीं पाई गई।
डॉ. सूटे के अनुसार, आमतौर पर मांसपेशियों की शिथिलता के बिना आंत बाहर नहीं निकलती। यह केवल अत्यधिक हिंसा के कारण ही संभव होता है। उन्होंने कहा कि महिला के साथ या तो हाथों से या किसी कठोर वस्तु से अत्यंत क्रूरता की गई। मौत का कारण अत्यधिक रक्तस्राव और सदमा बताया गया। यदि समय पर इलाज मिल जाता, तो महिला की जान बचाई जा सकती थी।
खंडवा में निर्भया जैसी दरिंदगी
इस दर्दनाक घटना ने दिल्ली के निर्भया कांड की याद ताजा कर दी। हालांकि, पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर दुष्कर्म और हत्या का मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन बर्बरता पर अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बहाने पुलिस ने बर्बरता को छिपाने का भी प्रयास किया।
फांसी की सजा की मांग, लेकिन बर्बरता पर साक्ष्य नहीं
इस दौरान पुलिस आरोपितों से बर्बरता को लेकर कोई ठोस जानकारी नहीं उगलवा पाई। न ही अब तक कोई साक्ष्य पुलिस के हाथ लगे हैं। हालांकि, पुलिस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर आरोपितों को फांसी की सजा दिलवाने की बात कह रही है।
18 घंटे तक तड़पती रही पीड़िता, बह चुका था ढाई लीटर खून
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दरिंदगी के बाद पीड़िता लगभग 18 घंटे तक गांव में ही तड़पती रही। डॉक्टरों का कहना है कि करीब ढाई लीटर खून बह चुका था। यदि समय पर चिकित्सा सुविधा मिलती, तो उसकी जान बच सकती थी। बताया गया कि वह रातभर आरोपित हरि के घर में ही पड़ी रही और सुबह जब स्वजन को जानकारी मिली, तब इस बर्बरता का खुलासा हुआ।
पुलिस गांव पहुंची, आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया
जानकारी के अनुसार, रविवार देर रात पुलिस आरोपितों को घटनास्थल पर लेकर पहुंची, लेकिन वहां से कोई साक्ष्य नहीं मिल सके। संभावना है कि पुलिस एक बार फिर आरोपितों को लेकर गांव में पहुंच सकती है। फिलहाल, सोमवार सुबह दोनों आरोपितों को हरसूद कोर्ट में पेश किया गया।
ग्रामीणों में गहरा आक्रोश, फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा मामला
मामले पर एएसपी (ग्रामीण) राजेश रघुवंशी ने बताया कि इसे फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाया जाएगा और तय समय में न्याय की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि अपराध को ‘रेयरेस्ट ऑफ रेयर’ की श्रेणी में रखा जाएगा और आरोपितों को फांसी की सजा दिलवाने का प्रयास किया जाएगा। इस घटना को लेकर ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है और वे आरोपितों को कठोरतम सजा की मांग कर रहे हैं।