ऊंदरा चौराया आश्रम, वायद: संत समाज और भक्तों के लिए अत्यंत शोकपूर्ण समाचार है कि दयालू संत श्री श्री 1008 बालकदासजी महाराज का आज सुबह देवलोकगमन हो गया। इस दुखद समाचार से संपूर्ण भक्त समाज गहरे शोक में डूब गया है।
गुरुदेव बालकदासजी महाराज ने अपना संपूर्ण जीवन धर्म, भक्ति, सेवा और आध्यात्मिक उत्थान को समर्पित किया। उनकी शिक्षाओं और उपदेशों ने अनगिनत भक्तों को सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। वे त्याग, करुणा और अध्यात्म के प्रतीक थे।
उनके देवलोकगमन की सूचना मिलते ही देशभर से श्रद्धालु अंतिम दर्शन के लिए आश्रम की ओर रवाना हो रहे हैं। आश्रम प्रशासन द्वारा आगे की जानकारी शीघ्र ही साझा की जाएगी।
भक्तों और संत समाज ने गुरुदेव के श्रीचरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रभु से प्रार्थना की कि वे उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें और हम सभी को इस असीम दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।