📍 लखनऊ : लखनऊ के काकोरी कस्बे में शीतला माता मंदिर परिसर से एक चौंकाने वाली और अत्यंत अमानवीय घटना सामने आई है, जिसने मानवीय संवेदनाओं को झकझोर कर रख दिया है।
बीमारी के कारण हुई गलती, मिली अमानवीय सज़ा
हाता हजरत साहब के निवासी रामपाल नामक एक दलित बुजुर्ग, जो सांस की बीमारी से पीड़ित हैं, सोमवार को शीतला माता मंदिर प्रांगण में बैठे थे। बीमारी के कारण गलती से मंदिर परिसर में ही पेशाब हो गया।
इस बात से नाराज़ होकर, स्वामीकांत उर्फ पम्मू नामक एक व्यक्ति ने बुजुर्ग रामपाल को जातिसूचक गालियां दीं और ‘मंदिर अपवित्र’ करने का आरोप लगाया। पीड़ित रामपाल का आरोप है कि स्वामीकांत उर्फ पम्मू ने ‘मंदिर की शुद्धि’ के नाम पर उनसे जबरन अपनी ही पेशाब चटवाई। इतना ही नहीं, बुजुर्ग से मंदिर परिसर को पानी से धुलवाया गया और उनके साथ मारपीट भी की गई।
पुलिस ने तुरंत लिया एक्शन, आरोपी गिरफ्तार
पीड़ित रामपाल ने काकोरी थाने पहुंचकर आरोपी स्वामीकांत उर्फ पम्मू के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई। एसीपी काकोरी शकील अहमद ने मीडिया को बताया कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पीड़ित की तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में तुरंत मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी स्वामीकांत उर्फ पम्मू को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
जातिगत द्वेष और अमानवीय व्यवहार
इस घटना ने एक बार फिर समाज में व्याप्त जातिगत द्वेष और अमानवीय व्यवहार की पराकाष्ठा को उजागर किया है। स्थानीय समाजसेवी और मानवाधिकार संगठन इस घटना की कड़ी निंदा कर चुके हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं।