
मीरा रोड में मारवाड़ी व्यवसायी से मारपीट के विरोध में 3 जुलाई को बंद
मुंबई — मीरा भाईंदर इलाके में मराठी भाषा को लेकर एक मिठाई व्यवसायी के साथ हुई मारपीट के विरोध में समस्त मारवाड़ी समाज (36 कौम) और व्यावसायिक संगठनों ने 3 जुलाई को बंद बुलाया है। यह बंद सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक रहेगा और सभी व्यापारियों से अपने प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील की गई है। मीरा रोड की दुकानें बंद हैं और कारोबारी सड़कों पर उतरकर विरोध कर रहे हैं।
व्यापारियों ने शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराते हुए नारेबाजी की और कहा कि यदि दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो वे अपना आंदोलन और तेज करेंगे। मुंबई के मारवाड़ी संगठनों ने भी इस बंद को समर्थन दिया है। व्यापारियों का कहना है कि यह घटना केवल एक व्यापारी तक सीमित नहीं है, और अगर कार्रवाई नहीं हुई तो भविष्य में किसी के साथ भी ऐसा हो सकता है।

आईमाता भवन से पुलिस उपायुक्त को सौंपा जाएगा ज्ञापन
गुरुवार सुबह 11 बजे मीरा रोड स्थित आईमाता भवन (वडेर भवन) में व्यापारी एकत्रित होंगे और वहां से जुलूस निकालकर पुलिस उपायुक्त कार्यालय जाकर ज्ञापन सौंपेंगे। मीरा-भाईंदर मेडिकल एसोसिएशन के सह-सचिव डॉ. दिनेश चौधरी ने कहा कि किसी भाषा का विरोध नहीं है, लेकिन हिंसा और मारपीट का हम कड़ा विरोध करते हैं।
शिंदे सेना और बीजेपी ने जताई निंदा
मीरा रोड की घटना पर शिंदे सेना और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। दोनों दलों ने भाषा के नाम पर की गई हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि मराठी सीखना जरूरी हो सकता है, लेकिन इसके लिए किसी के साथ मारपीट नहीं की जा सकती।
भाजपा उपाध्यक्ष आचार्यपवन त्रिपाठी ने दी प्रतिक्रिया
भाजपा के उपाध्यक्ष आचार्यपवन त्रिपाठी ने कहा कि मराठी भाषा हमारी प्राथमिकता है, लेकिन अगर कोई भाषा नहीं जानता तो उसके साथ मारपीट करना पूरी तरह गलत है। उन्होंने कहा कि मीरा-भाईंदर में 60% से ज्यादा हिंदीभाषी रहते हैं और किसी को कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कानून का शासन है और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में किसी को डरने की जरूरत नहीं है।