📍 पाली: जिले के बालराई क्षेत्र में शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। अचानक हुए इस घटनाक्रम से मौके पर अफरा-तफरी मच गई और लोग चारों ओर भागने लगे।
प्रदर्शनकारियों ने हाईवे जाम किया, पुलिस से झड़प
जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय पशुपालक संघ और डीएनटी (घुमंतु, अर्ध घुमंतु एवं विमुक्त) संघर्ष समिति के सदस्य अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर कई दिनों से महापड़ाव पर बैठे थे। मांगें पूरी नहीं होने पर शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों का एक समूह ब्यावर–पिंडवाड़ा हाईवे (NH-162) पर पहुंच गया और सड़क को जाम कर दिया। इससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को हटाने का प्रयास किया। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने लाठियां भांजकर भीड़ को पीछे धकेला और हाईवे खाली करवाने की कोशिश की। इसी दौरान कुछ उपद्रवियों ने पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।

आंदोलन की शुरुआत और मुख्य मांगें
डीएनटी संघर्ष समिति और राष्ट्रीय पशुपालक संघ ने अपनी दस प्रमुख मांगों को लेकर एक नवंबर से पाली में बड़ा धरना शुरू किया था। पिछले छह दिनों से हजारों लोग यहां डटे हुए हैं।
प्रमुख मांगों में घुमंतु समुदायों के लिए अलग मंत्रालय बनाना, घर बनाने के लिए जमीन के पट्टे देना, बच्चों की पढ़ाई के लिए बजट तय करना, पंचायत और स्थानीय चुनावों में आरक्षण देना, डीएनटी सूची की गड़बड़ियों को ठीक करना, सरकारी नौकरियों में 10% आरक्षण और पशुपालक समाज को सामाजिक-आर्थिक मान्यता देना शामिल है।
प्रदर्शनकारियों के आरोप और पुलिस का जवाब
आंदोलनकारियों का कहना है कि गुरुवार रात पुलिस ने उनके टेंट उखाड़ने की कोशिश की, खाना पकाने के बर्तन जब्त कर लिए और आसपास के होटलों को भोजन देने से रोक दिया। इससे लोग गुस्से में आ गए और शुक्रवार को प्रदर्शन उग्र हो गया।उनका आरोप है कि प्रशासन दबाव बनाकर धरना खत्म करवाना चाहता है, लेकिन वे तब तक नहीं हटेंगे जब तक सभी मांगें मान नहीं ली जातीं।

पाली के एसपी आदर्श सिद्धू ने बताया कि पुलिस ने शांति से समझाने की कोशिश की, लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने पत्थरबाजी कर माहौल खराब कर दिया। उन्होंने कहा कि अब स्थिति नियंत्रण में है और इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। सुरक्षा के लिए गश्त बढ़ाई गई है ताकि कोई नई घटना न हो।
वार्ता और सुरक्षा व्यवस्था
घटना के बाद पशुपालक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालसिंह देवासी के नेतृत्व में आंदोलनकारियों और प्रशासन के बीच वार्ता शुरू हुई। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को शांत कराने की कोशिश की और बातचीत के जरिए समाधान निकालने का आश्वासन दिया।
फिलहाल इलाके में एहतियातन अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि दोबारा कोई गड़बड़ी न हो। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कानून-व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।



