📍 बीकानेर : राजस्थान की राजनीति में अपनी सादगी और संघर्षशील छवि के लिए पहचाने जाने वाले कांग्रेस के कद्दावर नेता रामेश्वर डूडी का देर रात 62 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे और कोमा में थे। कांग्रेस देहात अध्यक्ष बिशनाराम सियाग के अनुसार, डूडी ने अपने बीकानेर स्थित निवास पर शुक्रवार देर रात अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार सुबह 11 बजे बीकानेर की जाट बगीची में किया जाएगा।
लंबे समय से चल रहा था इलाज
27 अगस्त 2023 को जयपुर में रामेश्वर डूडी को ब्रेन हेमरेज हुआ था, जिसके बाद वे कोमा में चले गए। पिछले दो साल से उनका इलाज दिल्ली में चल रहा था और कुछ दिन पहले ही उन्हें बीकानेर स्थित उनके घर लाया गया था। घर में ही ICU वार्ड तैयार किया गया था और डॉक्टर की निगरानी में इलाज जारी था।
कांग्रेस नेताओं में शोक की लहर
रामेश्वर डूडी के निधन पर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं में गहरा शोक है। कांग्रेस नेता जसवंत सिंह गुर्जर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “किसान नेता एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष श्री रामेश्वर डूडी जी के आकस्मिक निधन से गहरा दुख हुआ। कुछ समय पहले ही बातचीत हुई थी, और कुछ देर बाद उनके अस्पताल ले जाने की सूचना मिली। उनकी वह मधुर वाणी अब कभी नहीं सुनाई देगी। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और परिजनों को यह आघात सहने की शक्ति प्रदान करे।”
छात्र राजनीति से शुरू किया था सफर
1 जुलाई 1963 को जन्मे रामेश्वर डूडी ने राजनीति की शुरुआत छात्र संगठन एनएसयूआई (NSUI) से की थी। वे एक सामान्य कार्यकर्ता से लेकर प्रदेश के महत्वपूर्ण राजनीतिक पदों तक पहुंचे। उनका पूरा जीवन किसानों, मजदूरों और वंचितों के अधिकारों की आवाज उठाने में बीता। उनकी पत्नी सुशीला डूडी वर्तमान में नोखा से विधायक हैं।

राजनीतिक जीवन के अहम पड़ाव
रामेश्वर डूडी का राजनीतिक सफर बेहद प्रेरणादायक रहा। उन्होंने 1995 से 1999 तक नोखा के प्रधान के रूप में कार्य किया। 1999 से 2004 तक वे बीकानेर लोकसभा से सांसद रहे और इस दौरान फूड सिविल सप्लाई एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन कमेटी के सदस्य भी रहे। इसके बाद 2005 से 2010 तक वे बीकानेर जिला प्रमुख रहे। 2013 में उन्होंने विधानसभा चुनाव जीता और नोखा से विधायक बने। 2014 से 2018 तक वे राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद पर रहे। 2022 में उन्हें राजस्थान स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया गया।
जनसेवा के प्रति समर्पित रहे डूडी
कांग्रेस देहात अध्यक्ष बिशनाराम सियाग ने कहा कि रामेश्वर डूडी अपने सरल स्वभाव, जनसेवा और किसानों के प्रति समर्पण के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। उनका निधन राजस्थान की राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति है।