सरदारशहर में श्री खेतेश्वर गुरुकुल शिलालेख का अनावरण, शोभायात्रा में उमड़ा जनसैलाब

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सरदारशहर में श्री खेतेश्वर गुरुकुल शिलालेख का अनावरण, शोभायात्रा में उमड़ा जनसैलाब
सरदारशहर में श्री खेतेश्वर गुरुकुल शिलालेख का अनावरण, शोभायात्रा में उमड़ा जनसैलाब

सरदारशहर: भारतीय संस्कृति और गुरुकुल परंपरा को पुनर्जीवित करने की दिशा में सरदारशहर में शनिवार को श्री खेतेश्वर गुरुकुल का शिलालेख अनावरण समारोह उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ।

तुलछारामजी महाराज व डॉ. ध्यानारामजी रहे विशेष रूप से उपस्थित

समारोह में राजपुरोहित समाज के कुलगुरु तुलछारामजी महाराज और वेदांताचार्य डॉ. ध्यानारामजी महाराज की विशेष उपस्थिति रही। कार्यक्रम की शुरुआत ऋषिकुल ब्रह्मचर्य आश्रम से रिद्धि सिद्धि कॉलोनी तक शोभायात्रा से हुई। श्रद्धालुओं ने जगह-जगह पुष्पवर्षा और पेयजल व्यवस्था कर यात्रियों का स्वागत किया।

6 बीघा भूमि दान कर किया समाज का गौरव

सवाई सांवल निवासी रतनलाल राजपुरोहित ने गुरुकुल के लिए 6 बीघा भूमि दान कर समाज को बड़ा योगदान दिया। समाज की ओर से उनका अभिनंदन कर सम्मानित किया गया।

गुरुकुल निर्माण में जुटा समाज, ₹10 करोड़ की लागत से बनेगा भवन

संयोजक मधुसूदन राजपुरोहित और नरेंद्र सिंह राजपुरोहित ने संतों, अतिथियों और दूर-दराज से आए समाजबंधुओं का आभार प्रकट किया। बताया गया कि गुरुकुल भवन तीन मंजिला होगा और इसकी लागत करीब ₹10 करोड़ आंकी गई है। यहां ऋषि-मुनियों की परंपरा के अनुसार अध्यापन कराया जाएगा।

ब्रह्मचारियों ने वेद मंत्रों से किया वातावरण को ऊर्जा से सराबोर

ऋषिकुल के ब्रह्मचारियों ने वेद मंत्रों का उच्चारण कर समारोह स्थल को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। भीषण गर्मी के बावजूद श्रद्धालुओं में उत्साह कम नहीं दिखा।

कई समाजों की रही भागीदारी

राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों से राजपुरोहित समाज सहित अन्य समाजों के लोगों ने भी समारोह में भाग लिया। बैठने, पेयजल और भोजन की विशेष व्यवस्था की गई थी।

प्रमुख लोग रहे उपस्थित

इस मौके पर ब्राह्मण महासभा के जिला अध्यक्ष पुनमचंद तिवारी, युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील मिश्र, मागीलाल सेवदा, डॉ. बालकृष्ण कोशिक, गोपीकृष्ण बोचीवाल, भेरूसिंह राजपुरोहित, राजेंद्र राजपुरोहित, किशोरसिंह राजपुरोहित, मूलसिंह, ललितसिंह, श्योदानसिंह, रतनसिंह, जगदीशसिंह, गिरधारीसिंह, बाबूसिंह और लालसिंह लखा सहित अनेक समाजसेवी उपस्थित रहे।

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