
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले से एक ऐसा हैरान कर देने वाला और अविश्वसनीय मामला सामने आया है, जिसने न सिर्फ एक परिवार को खुशियों से भर दिया है, बल्कि पुलिस के सामने एक बड़ा रहस्य भी खड़ा कर दिया है। जिस युवक को मृत समझकर परिवार ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया था, वही युवक तीन दिन बाद अचानक ज़िंदा घर लौट आया।
अंतिम संस्कार की तैयारी और फिर बेटे की वापसी
दरअसल, पांच दिन पहले सूरजपुर के मानपुर रिंग रोड के किनारे एक खेत के कुएं में एक अज्ञात युवक का शव मिला था। लापता होने के कारण, परिजनों ने शव की पहचान पास के गांव चंदरपुर के निवासी पुरुषोत्तम के रूप में की। पहचान के बाद पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया पूरी कर शव परिवार को सौंप दिया।
दुखी परिवार ने पुरुषोत्तम मानकर उस शव को दफना दिया और अंतिम संस्कार की रस्में भी शुरू कर दी थीं। लेकिन जब गांव में शोक का माहौल था, तभी तीन दिन बाद ‘मृत’ समझा गया पुरुषोत्तम ज़िंदा अपने घर लौट आया। युवक को अचानक ज़िंदा देखकर न सिर्फ परिवार, बल्कि पूरे गांव में हड़कंप मच गया और मातम का माहौल तुरंत खुशी में बदल गया।

पुलिस के लिए नई पहेली
बेटे के ज़िंदा लौट आने से परिवार में खुशियां तो लौट आई हैं, लेकिन इस घटना ने पुलिस के सामने एक पेचीदा सवाल खड़ा कर दिया है — “आख़िर वह शव किसका था, जिसका अंतिम संस्कार पुरुषोत्तम मानकर किया गया?”
पुलिस अब इस अज्ञात शव की पहचान सुनिश्चित करने में जुटी है। पुलिस के अनुसार, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मृतक की मौत की वजह पानी में डूबना बताई गई है। शव की सही पहचान के लिए डीएनए सैंपल, कपड़े, फिंगरप्रिंट और अन्य सबूत सुरक्षित रखे गए हैं। साथ ही शव के फोटो और वीडियो भी लिए गए हैं।
डीएनए जांच से खुलेगा रहस्य
एक तरफ पुरुषोत्तम का परिवार अपने बेटे की वापसी से राहत महसूस कर रहा है, वहीं दूसरी ओर पुलिस उस असली युवक की पहचान खोजने में लगी है जिसकी लाश का अंतिम संस्कार हो चुका है। फिलहाल पुलिस डीएनए रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिससे इस रहस्य से पर्दा उठ सकेगा।


