बालोतरा। बालोतरा जिले की कल्याणपुर तहसील की आराबा दुदावत ग्राम पंचायत एक बार फिर रासायनिक पानी के संकट से जूझ रही है। जोधपुर की फैक्ट्रियों से बहकर आ रहे जहरीले पानी के कारण गांव में खतरा मंडरा रहा है। आराबा पुरोहितान गांव में घरों तक जहरीला पानी पहुंचने की आशंका के चलते ग्राम विकास अधिकारी (VDO) ने कुछ परिवारों को घर खाली करने का आदेश दिया है।
पंचायत समिति की ओर से गांव में 5 वैकल्पिक ठिकानों पर रहने की अस्थायी व्यवस्था की गई है। अब तक 11 परिवार अपने खेतों में बने घरों में चले गए हैं, जबकि 3 परिवारों को प्रशासन द्वारा सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है।
ज़िलाधिकारी बोले– यह एहतियातन कदम है
ज़िलाधिकारी सुशील कुमार ने कहा कि यह कार्रवाई केवल एहतियातन की जा रही है और पूरे गांव को खाली नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह कदम उन घरों के लिए उठाया गया है जहां प्रदूषित पानी आंगन तक पहुंच गया है। प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है।
15 वर्षों से जहरीले पानी की चपेट में हैं गांव
आराबा दुदावत और आसपास के गांव पिछले 15 वर्षों से रासायनिक और जहरीले पानी से प्रभावित हैं। हाल ही में ग्रामीणों ने इसी मुद्दे को लेकर एक शव के साथ हाईवे पर प्रदर्शन किया था। इसके बावजूद जब कोई स्थायी समाधान नहीं निकला और अब पुनः घर खाली कराने की नौबत आई, तो गांव में आक्रोश फैल गया है।
ग्रामीणों ने पूछा — कब तक भागते रहेंगे?
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन हर बार सिर्फ घर खाली कराने की औपचारिकता निभाकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेता है। ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि जब सरकार को खतरे का अंदेशा था, तो कोई स्थायी समाधान क्यों नहीं किया गया? उन्होंने कहा कि “क्या हम सरकार को इसलिए चुनते हैं कि वह हमें बार-बार घर छोड़ने को कहे? समाधान कब होगा?”

आंदोलन की चेतावनी
गांव के लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द स्थायी समाधान नहीं हुआ तो वे आंदोलन को व्यापक रूप देंगे। उनका कहना है, “आज हमारा गांव खाली कराया जा रहा है, कल किसी और गांव की बारी होगी। हम बार-बार भागने के लिए नहीं बने हैं, अब सरकार को ठोस कार्रवाई करनी होगी।”