📍 जयपुर/रतनगढ़ : 9 अक्टूबर को चूरू जिले के रतनगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का स्वागत एक अलग चर्चा के साथ हुआ। पूर्व मंत्री राजकुमार रिणवां और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया और नारे लगाए।
भाषाई सुधार ने खींचा ध्यान
कार्यकर्ताओं ने नारा लगाया, “हमारा मुख्यमंत्री कैसा हो, वसुंधरा राजे जैसा हो।” यह सुनते ही राजे ने कहा कि ‘जैसा’ की जगह ‘जैसी’ बोलना चाहिए। यह छोटा सा शब्द बदलाव सियासी गलियारों में बड़े मायने रख रहा है। राजनीतिक जानकारों के अनुसार यह मजाक या सहज अंदाज नहीं था, बल्कि समर्थकों को सजग करने और उनके प्रभाव को बनाए रखने का संकेत था।

स्वागत समारोह और अलग-अलग धड़े
रतनगढ़ में राजे का स्वागत दो अलग-अलग जगहों पर हुआ। पूर्व मंत्री और विधायक राजकुमार रिणवां ने उनके लिए स्वागत की अलग व्यवस्था की, वहीं पूर्व विधायक अभिनेष महर्षि ने भी अलग से स्वागत किया। इससे स्पष्ट हुआ कि रतनगढ़ में बीजेपी के अलग-अलग धड़े सक्रिय हैं।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष से मुलाकात
बीकानेर एयरपोर्ट पर राजे ने गोविंद सिंह डोटासरा से भी गर्मजोशी से मुलाकात की। डोटासरा ने बताया कि उन्होंने 26 मिनट का इंतजार किया, जिस पर राजे ने हंसते हुए इसे सराहा।
राजनीतिक संदेश और समर्थक प्रभाव
राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि यह छोटा सा भाषाई सुधार समर्थकों और समर्थक वर्ग के बीच सियासी संदेश देने का तरीका था। इससे वसुंधरा राजे की सक्रियता, नेतृत्व की पकड़ और सियासी प्रभाव स्पष्ट रूप से सामने आया। कार्यकर्ताओं ने तुरंत नए नारे के साथ जयकार की और राजे ने भाषाई सुधार पर खिलखिला कर प्रतिक्रिया दी