मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने भगवान राम और हनुमान की भक्ति पर एक बड़ा बयान दिया है। BJP नेता ने कहा कि भगवान राम और हनुमान पर भाजपा का कॉपीराइट नहीं है, भगवान राम का भक्त कोई भी हो सकता है।
भगवान राम और हनुमान पर BJP का कॉपीराइट नहीं
उमा भारती ने कहा, “भगवान राम और हनुमान पर भाजपा का कॉपीराइट नहीं है। भगवान राम और हनुमान BJP के कार्यकर्ता नहीं हैं। जब भाजपा का अस्तित्व नहीं था, जब मुगल शासन था, अंग्रेजों का शासन था तब भी भगवान राम और हनुमान थे। अगर हम भाजपा वालों ने ये भ्रम पाल लिया है कि जब हमने आंखें खोली तब सूरज-चांद निकल आए, तो फिर ये हमारे लिए विनाशकारी साबित होगा।
सारा हिंदू समाज हमारा वोटर नहीं होगा- Uma Bharti
मध्यप्रदेश में छिंदवाड़ा जिले के सिमरिया में कमलनाथ द्वारा बनवाए गए हनुमान मंदिर पर पहुंची पूर्व उमा भारती ने कहा, “हम कभी भी यह भ्रम ना पालें कि सारा हिंदू समाज हमारा वोटर होगा। नहीं हो सकता है। उनकी अपनी आस्था होगी। क्या सारा हिंदू समाज हमारा वोटर है। भले ही हमने राम मंदिर का निर्माण किया हो।” उन्होंने आगे कहा, “हिमाचल में हम नहीं जीत पाए तो क्या वे अहिंदू थे जिन्होंने हमें वोट नहीं दिया। जहां लोकतांत्रिक व्यवस्था है वहां आप किसी धर्म, किसी जाति, किसी मत और किसी व्यक्ति को बंधक नहीं बना सकते हैं। यही बात मोदी जी ने भी कही।”
शस्त्र लाइसेंस सरकार ही देती है
भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता ने शस्त्र रखने को लेकर प्रज्ञा ठाकुर का बिना नाम लिए बिना कहा कि शस्त्र लाइसेंस सरकार ही देती है। हिंदुओं के सभी देवी-देवता भी शस्त्र धारण किए हुए हैं। शस्त्र नही हिंसक भाव बुरा है।” उन्होंने कहा कि शस्त्र धारी व्यक्ति अहिंसक और निशस्त्र व्यक्ति भी हिंसक हो सकता है। हमारे मन में क्या है इससे हिंसा-अहिंसा तय होती है।
इससे पहले भोपाल में लोधी समाज के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उमा भारती ने कहा था, “मैं चुनाव में आऊंगी। मंच से संबोधित करूंगी, लेकिन मैं यह नहीं कहूंगी की तुम बीजेपी को वोट करो। मैं सभी से कहती हूं कि तुम बीजेपी को वोट करो क्योंकि मैं तो अपनी पार्टी की निष्ठावान सिपाही हूं। पर मैं आपसे थोड़ी अपेक्षा करूंगी कि आप पार्टी के निष्ठावान सिपाही होंगे।” बीजेपी नेता ने कहा था कि अगर आप पार्टी के कार्यकर्ता नहीं है, अगर आप पार्टी के वोट नहीं है तो आपको सारी चीजों को देखकर ही अपने बारे में फैसला करना है।