इस साल 14 नहीं 15 जनवरी को होगी मकर संक्रांति, रवि योग में मनाया जाएगा संक्रांति पर्व, सूर्य का होगा मकर राशि में प्रवेश

0
8
इस साल 14 नहीं 15 जनवरी को होगी मकर संक्रांति, रवि योग में मनाया जाएगा संक्रांति पर्व, सूर्य का होगा मकर राशि में प्रवेश
इस साल 14 नहीं 15 जनवरी को होगी मकर संक्रांति, रवि योग में मनाया जाएगा संक्रांति पर्व, सूर्य का होगा मकर राशि में प्रवेश

मकर संक्रांति 2024- जयपुर: अंग्रेजी वर्ष 2024 में इस बार लीप वर्ष का संयोग बन रहा है. यह वर्ष 365 दिनों के बजाय 366 दिनों का होगा। फरवरी 28 दिनों का होता है, लेकिन लीप वर्ष में फरवरी 29 दिनों का रहेगा। इस माह सप्ताह के सात वारों में से छह वार चार-चार बार पड़ रहे हैं. केवल गुरुवार पांच बार पड़ेगा। प्रत्येक वर्ष के पहले महीने में मकर संक्रांति पर्व 14 जनवरी को मनाया जाता है। इस साल लीप वर्ष के संयोग में सूर्य 15 जनवरी को मकर राशि में प्रवेश कर रहा है, इसलिए मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाएंगे. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि उदया तिथि 15 जनवरी को प्राप्त हो रही है। ऐसे में सूर्यास्त के बाद राशि परिवर्तन करने से इस साल मकर संक्रांति का पुण्यकाल 15 जनवरी को रहेगा। इस वर्ष मकर संक्रांति अश्व पर बैठकर आएगी यानी उनका वाहन अश्व और उपवाहन सिंह होगा।

रवि योग सुबह 07 बजकर 15 मिनट से सुबह 08 बजकर 07 मिनट तक है। रवि योग का निर्माण तब होता है, जब चंद्रमा का नक्षत्र सूर्य के नक्षत्र से चौथे, छठे, नौवें, दसवें, तेरहवें या बीसवें में होता है। कुंडली में रवि योग के कारण व्यक्ति का मान- सम्मान और प्रभाव बढ़ता है। वह उच्च पद प्राप्त कर सकता है। व्यक्ति दान और सहयोग भी करता है। रवि योग सभी दोषों को नष्ट करता है। इस योग में आप जो भी कार्य करते हैं, उसका शुभ फल प्राप्त होता है। खासकर इस दिन स्नान, दान, तप, जप, श्राद्ध तथा अनुष्ठान आदि का अत्यधिक महत्व है। कहते हैं कि इस अवसर पर किया गया दान सौ गुना होकर प्राप्त होता है। इस दिन घी व कंबल के दान का भी विशेष महत्व है। इसका दान करने वाला संपूर्ण भोगों को भोगकर मोक्ष को प्राप्त होता है।

सूर्य को अर्घ्य कैसे दें? 

हिंदू धर्म में मकर संक्रांति पर्व का बहुत महत्व है। मकर संक्रांति पर मकर राशि में सूर्य के प्रवेश के साथ ही शादी, गृह प्रवेश, घर बनाना, घर खरीदना और मुंडन आदि जैसे हर प्रत्येक शुभ कार्य शुरू कर दिए जाते हैं। रवि योग के शुभ फल को पाने के लिए अहंकार से दूर रहें। माता-पिता और बड़े-बुजुर्गों का अनादर न करें। अपने प्रभाव में वृद्धि के लिए सूर्य देव को पानी में लाल चंदन और लाल फूल डालकर अघ्र्य दें।

रवि योग में करें सूर्य-पूजा

रवि योग में सूर्य पूजा करने से व्यक्ति के जीवन के कष्ट दूर होते हैं। सूर्य भगवान की कृपा से आयु और सेहत में वृद्धि होती है। रोगों से मुक्ति मिल सकती है। रवि योग के समय कोई कार्य करने पर उसमें सफलता प्राप्ति की संभावना अधिक होती है। सूर्य देव की पूजा रवि योग में करने से करियर में तरक्की के मार्ग प्रशस्त होते हैं। मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव से जुड़ी वस्तुओं गुड़, लाल वस्त्र, घी, तांबा आदि का दान करना चाहिए।

मकर संक्रांति उपाय

मकर संक्रांति के दिन पानी में काला तिल और गंगाजल मिला कर स्नान करें। इससे सूर्य की कृपा होती है और कुंडली के ग्रह दोष दूर होते हैं। ऐसा करने से सूर्य और शनि दोनों की कृपा मिलती है, क्योंकि इस दिन सूर्य अपने पुत्र शनि के घर मकर में प्रवेश करते हैं। ज्योतिष पाठक कहते हैं कि हिंदू पंचांग के अनुसार 14 जनवरी को रात 2 बजकर 32 मिनट पर सूर्य मकर राशि में गोचर करेंगे और इस गोचर के बाद ही मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाएगा। उदयातिथि के अनुसार, मकर संक्रांति यानि खिचड़ी का त्योहार 15 जनवरी को मनाया जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here