इस साल भी हज़ारों की संख्या में करोड़पति भारत छोड़कर विदेशों में बसने का अनुमान है। अंतरराष्ट्रीय निवेश प्रवास सलाहकार फर्म हेनले एंड पार्टनर्स की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, इस साल लगभग 4,300 करोड़पतियों के भारत छोड़ने का अनुमान है। पिछले साल इसी की रिपोर्ट में कहा गया था कि ऐसे 5100 करोड़पति भारतीयों ने विदेश में अपना नया ठिकाना बनाया। वैसे, यह संख्या तो सिर्फ़ करोड़पतियों की है, लेकिन देश छोड़ने वाले कुल भारतीयों की संख्या लाखों में है। 2022 में यह संख्या सवा दो लाख से ज़्यादा थी। इनकी पहली पसंद होती है UAE। संस्था की रिपोर्ट की मानें तो भारत छोड़ने वालों की संख्या में लगातार गिरावट आई है।
2024 में 6700 से ज़्यादा करोड़पति UAE गये जबकि USA में 3200 करोड़पति के जाने की खबर
सिर्फ़ भारतीय ही नहीं अन्य देश के लोग भी पलायन कर रहे हैं जिसमें चीन और ब्रिटेन सबसे आगे हैं। अनुमान लगाया गया है कि साल 2024 में क़रीब 1 लाख 28,000 करोड़पति अपने देश को छोड़ कर दूसरे देश में बसने का मन बना चुके हैं। आँकड़ों के अनुसार साल 2024 में 6700 से ज़्यादा करोड़पति UAE गये जबकि USA में 3200 करोड़पति के जाने की खबर है वहीं सिंगापुर में 3500 करोड़पति के बस जाने का अनुमान है।
लोग देश छोड़ कर तो जा रहे हैं मगर अपनी संपत्ति को नहीं छोड़ रहे
लोग देश छोड़ कर तो जा रहे हैं मगर अपनी संपत्ति को नहीं छोड़ रहे हैं। उनका चलता-फिरता बिज़नेस भी उनके वर्ग के लोग देख रहे हैं जो भारत को भी फ़ायदा पहुँचाएगा। उनका व्यापार और निवेश भारत के लिए अच्छा साबित हो रहा है जिससे करोड़पतियों की संख्या भारत में बढ़ ही रही है। आँकड़ों के अनुसार भारत में कुल 3 लाख 26,400 करोड़पति और 120 अरबपति हैं जिससे पता चलता है कि पिछले 10 वर्षों के दौरान भारत में करोड़पतियों की संख्या 85 फीसदी बढ़ी है।
अपना देश छोड़ दूसरे देश में बसने के कई कारण
पना देश छोड़ दूसरे देश में बसने के कई कारण सामने आते नज़र आये हैं। जैसे सुरक्षा और आर्थिक जरूरत सबसे अहम कारण है। कुछ लोगों को देश में सुरक्षित ना महसूस होने के कारण वो दूसरे देश बस जाते हैं वहीं कुछ लोग आर्थिक मजबूरी के कारण पैसे कमाने के लिए बाहरी देश चले जाते हैं। कुछ अमीर लोग टैक्स में मिलने वाली सुविधा को देख ऐसे देश की ओर खींचे चले जाते हैं। इसके अलावा कई करोड़पति अपने बच्चों के बेहतर भविष्य और उनकी उच्च शिक्षा के लिए भी पलायन करते हैं।