खेतारामजी महाराज के विराट ब्रह्म संकल्प और उनके यशस्वी जीवन वृत्तांत और उनके ब्रह्म प्राप्ति के महान लक्ष्य व उपलब्धि पर रचित खेतेश्वर गुरु ग्रंथ का विमोचन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सर्किट हाउस में किया। पिछले आठ वर्षों के शोध से जबर सिंह राजपुरोहित ने इस ग्रंथ की रचना की है, जिसकी प्रस्तावना हनुमान सिंह सराना ने लिखी है। सीएम ने विमोचन करते हुए कहा कि हमारे दिव्य संतों के जीवन की स्मृति का संरक्षित करण होना चाहिए ताकि उनके त्याग हमारा मार्ग दर्शन कर सकें। सीएम ने खेतेश्वर को 20सवीं सदी का महान दिव्य साधक बताते हुए कहा कि उन्होंने त्याग, तपस्या और सर्वहारा के समर्पण के महान संकल्प के साथ जन हित के बेमिसाल आदर्श प्रस्तुत कर राजपुरोहित समाज के साथ सर्वहारा समाज की दिशा ही बदल दी। गुरु ग्रंथ की रचना ने समाज की वर्तमान और भावी पीढ़ियों को एक नई दिशा दिखाई है।
खेतारामजी के वर्षों पूर्व किए गए चमत्कारों और अनुष्ठानों के संघर्ष की हमें इस ग्रंथ के माध्यम से जानकारी मिलेगी। गुरु ग्रंथ के लेखक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता जबर सिंह राजपुरोहित ने कहा कि सीएम ने ही 10 साल पहले दिव्य संत श्री खेताराम जी महाराज के जीवन वृत्तांत के इतिहास को आवश्यक बताते हुए शोध कर इतिहास लिखने के लिए प्रेरित किया था। इस अवसर पर सीएम सलाहकार निरंजन आर्य, सिरोही विधायक संयम लोढ़ा, मारवाड़ जंक्शन विधायक खुशवीरसिंह, पूर्व विधायक भीमराज भाटी, केवल चंद गुलेछा, अजीज दर्द, मांगीलाल गांधी, प्रदीप हिंगड़, मोटू भाई, सुमित्रा जैन, ऐश्वर्या सांखला, शीला सिंह, सुनीता कंवर, शिशुपाल सिंह निंबाड़ा, नीलम बिड़ला, भूराराम सीरवी, महावीर सिंह सुकरलाई समेत कई लोग मौजूद रहे