जीवन में अपनाना चाहिए श्रेष्ठ आचरण: संत रामप्रकाश

0
9

बेंगलुरू : सीरवी समाज कर्नाटक ट्रस्ट बलेपेट भवन में बुधवार को चातुर्मास विराजित रामप्रकाशजी ने अपने प्रवचन में कहा की हमें अपने जीवन में श्रेष्ठ आचरण अपनाना चाहिए। श्रेष्ठ आचरण मनुष्य को हिमालय जैसी ऊंचाई तक पहुँचाता है। इतना ही नही समाज में सम्मान पाने का हकदार भी बनता है । श्ववास की महता बताते हुए गुरूदेव ने कहा कि मनुष्य की श्ववास निर्धारित है। जो व्यकि जितना धीमा सांस लेता है ।उसकी आयु उतनी लंम्बी होती है । प्रवचन का कार्यक्रम आरती व दीप प्रज्वलित से प्रारंभ हुआ।

वडेर के सचिव अमराराम चोयल ने स्वागत किया । इस अवसर पर उपाध्यक्ष अन्नाराम परिहारिया कोषाध्यक्ष मोतीराम लचेटा सह-कोषाध्यक्ष लक्ष्मण राम पंवार बलेपेट वडेर के पूर्व सचिव नारायणलाल लचेटा,पूर्व सचिव ओमप्रकाश बर्फा, मंदिर के पुजारी अनाराम परिहारिया सांस्कृतिक कमेटी के अध्यक्ष कमल किशोर काग, महिला मंडल अध्यक्ष भंवरीबाई, सचिव रेखा बाई ने व्यवस्था में सहयोग दिया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं एवं पुरूष मौजूद थे ।

प्रभु और गुरू का साथ हमें निर्भय बनाता है : शीतल संत राजारामजी

सीरवी समाज एच.एस.आर ले आऊट आईमाता वडेर भवन में बुधवार को चातुर्मास विराजित संत शीतल राजाराम महाराज ने कहा की मानव चाहे कितना भी शक्ति संपन्न क्यों ना हो ।जीवन जीने के लिए उसे मित्र का हाथ और साथ होना भी चाहिए। प्रभु और गुरू का साथ हमें निर्भय बनाता है । गुरू हमेशा विकट परिस्थितियों में हमारा हाथ थाम के हमारा हौसला बढाते है।

और अच्छे कार्यो के लिए मंगल आशीर्वाद देते है । इस मौके पर वडेर के अध्यक्ष फाऊलाल परिहारिया ने स्वागत किया। इस अवसर पर गेनाराम सेंणचा , मांगीलाल चोयल सह-सचिव छेलाराम काग, मिडिया प्रभारी मांगीलाल सोलंकी एवं नवयुवक मंडल के अध्यक्ष महेंद्र राठौड़ सचिव मदनलाल राठौड़, नारायण लाल सोलंकी, एवं समाज के गणमान्य महिला मंडल महिलाएं समेत समाज के पदाधिकारी मौजूद थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here