चातुर्मास आत्मसमर्पण व आराधना का पर्व है: संत रामप्रकाश महाराज
बेंगलुरू : सीरवी समाज कर्नाटक ट्रस्ट बलेपेट भवन में मंगलवार प्रात: संत रामप्रकाशजी महाराज चातुर्मास निर्मित भव्यातिभव्य मगल प्रवेश आईमाता मंदिर में हुआ। इस सामोरह में महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली गई। महिलाओं ने मगल गीत गाए। गाजे बाजे बजाकर गुरूदेव का जगह -जगह पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। संत रामप्रकाशजी ने कहा की संघ के हर एक सदस्यों को चातुर्मास में जुडना है।

आईमाता की आरती व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ। वडेर के सचिव अमराराम चोयल ने स्वागत किया। इस अवसर पर उपाध्यक्ष अबाराम परिहारिया सह-सचिव भंवरलाल गेहलोत कोषाध्यक्ष मोतीराम लचेटा सह-कोषाध्यक्ष लक्ष्मणराम पंवार खेल मंत्री कैलाश भायल बलेपेट वडेर के पूर्व सचिव नारायणलाल लचेटा, पूर्व अध्यक्ष नारायणलाल गेहलोत, पूर्व सचिव ओमप्रकाश बर्फा, कमेंटी मेंबर के सदस्य राजाराम पवांर, रामलाल, अनाराम परिहारिया एच.एस.आर ले आऊट वडेर के अध्यक्ष फाउलाल परिहारीया, सांस्कृतिक कमेटी के अध्यक्ष कमल किशोर काग, उपाध्यक्ष वालाराम एवं महिला मंडल अध्यक्ष भंवरीबाई, सचिव रेखा बाई सहित समाज के गणमान्य उपस्थित रहे।