मुख्यमंत्री ने ओम आश्रम में मदिर प्राण प्रतिष्ठा में भाग लेकर संतो का लिया आशीर्वाद

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मुख्यमंत्री ने ओम आश्रम में मदिर प्राण प्रतिष्ठा में भाग लेकर संतो का लिया आशीर्वाद
मुख्यमंत्री ने ओम आश्रम में मदिर प्राण प्रतिष्ठा में भाग लेकर संतो का लिया आशीर्वाद

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश का अमृतकाल भारत की संस्कृति और आस्था का उदयकाल है। काशी विश्वनाथ में कॉरिडोर एवं उज्जैन के महाकाल मंदिर में महाकाल लोक के निर्माण के अभूतपूर्व कार्यों के साथ ही भारत की संस्कृति एवं विरासत पूरी दुनिया में फिर से स्थापित हो रही है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से देशवासियों का सदियों पुराना सपना पूरा हुआ है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सोमवार को पाली के जाडन में ओम आश्रम मन्दिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को संबोधित कर रहे थे।

विश्व के एकमात्र ओम आकार के शिव मंदिर का उद्घाटन 19 फरवरी को हुआ, जिसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भाग लिया। यह मंदिर पाली के जाडन में स्थित ओम आश्रम के परिसर में बनाया गया है, जिसका निर्माण 28 वर्षों में पूरा हुआ है। इस मंदिर में भगवान शिव के 1008 रूपों के दर्शन होते हैं, जिनमें 12 ज्योतिर्लिंग भी शामिल हैं। इस मंदिर की विशेषता यह है कि इसका आकार ओम के अनुसार बनाया गया है, जो भारतीय संस्कृति का प्रतीक है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस मंदिर को एक अद्भुत और अनूठी रचना बताया, जो भारत की धर्म, संस्कृति और कला की विरासत को दर्शाता है। उन्होंने इस मंदिर के निर्माण में योगदान देने वाले सभी लोगों को बधाई दी और इसे एक आध्यात्मिक और शांतिपूर्ण स्थल बताया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस मंदिर का दर्शन करें और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें।

इस मंदिर के उद्घाटन के साथ ही, ओम आश्रम में कई सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन हुआ, जिनमें शिव पुराण कथा, यज्ञ, भजन, कीर्तन, नृत्य, नाटक आदि शामिल थे। इन कार्यक्रमों में देश-विदेश से आए हुए साधु-संत, अनुयायी और श्रद्धालु ने भाग लिया। इस महोत्सव ने लोगों को ध्यान और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय कला और संस्कृति के प्रति जागरूक किया। ॐ आकृति वाले दुनिया के पहले शिव मंदिर का उद्घाटन आज, सीएम भजनलाल शर्मा भी  शामिल 2: ओम आश्रम का लोकार्पण 19 फरवरी को: 10 फरवरी से शुरू  कार्यक्रम 3: दुनिया का एकमात्र ओम् आकार के शिव मंदिर का उद्घाटन आज, 25 हजार लोगों को खाना खिलाया  के Pali में दुनिया का पहला ओम आकार का शिव मंदिर तैयार, देखें तस्वीरें 5: ओम आश्रम की वेबसाइट
 
विश्व का पहला ‘ओम’ आकृति वाला शिव मंदिर: राजस्थान के पाली में ओम आश्रम का उद्घाटन

राजस्थान के पाली जिले में जाडन गांव में विश्व का पहला ओम आकृति वाला शिव मंदिर का उद्घाटन 19 फरवरी 2024 को हुआ। इस मंदिर को ओम आश्रम के नाम से जाना जाता है, जो भारतीय वास्तुकला, शिल्पकला और स्थापत्य कला का अनुपम उदाहरण है। इस मंदिर का निर्माण 28 वर्षों में पूरा हुआ है, जिसमें 250 एकड़ की भूमि का उपयोग किया गया है। इस मंदिर में भगवान शिव के 1008 रूपों के दर्शन होते हैं, जिनमें 12 ज्योतिर्लिंग भी शामिल हैं। इस मंदिर के उद्घाटन के साथ ही, ओम आश्रम में कई सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन हुआ, जिनमें शिव पुराण कथा, यज्ञ, भजन, कीर्तन, नृत्य, नाटक आदि शामिल थे। इन कार्यक्रमों में देश-विदेश से आए हुए साधु-संत, अनुयायी और श्रद्धालु ने भाग लिया। इस महोत्सव ने लोगों को ध्यान और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय कला और संस्कृति के प्रति जागरूक किया।



इस महोत्सव के अवसर पर, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ओम आश्रम को एक अद्भुत और अनूठी रचना बताया, जो भारत की धर्म, संस्कृति और कला की विरासत को दर्शाता है। उन्होंने इस मंदिर के निर्माण में योगदान देने वाले सभी लोगों को बधाई दी और इसे एक आध्यात्मिक और शांतिपूर्ण स्थल बताया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस मंदिर का दर्शन करें और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें। 1: पाली में दुनिया के पहले ओम आश्रम में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव, सीएम भजनलाल रहे मौजूद 2: ओम आश्रम जाडन पाली राजस्थान इन हिंदी 3: विश्व का पहला ‘ओम’ आकृति वाला शिव मंदिर 4: ओम आश्रम जाडन पाली, जाडन: धर्म, संस्कृति और कला के अद्वितीय संगम के रूप में दुनिया के पहले ओम आश्रम में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया गया। यह महोत्सव मंदिर की भारतीय वास्तुकला, शिल्पकला और स्थापत्य कला के अनुपम उदाहरण के रूप में महत्वपूर्ण है।



ओम आश्रम, जो ध्यान और आध्यात्मिकता के लिए एक स्थल के रूप में पहचाना जाता है, अब भारतीय संस्कृति के एक और अद्वितीय चिन्ह के रूप में उभरा है। इस महोत्सव के दौरान, मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही, भारतीय सांस्कृतिक विरासत को समर्पित कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।
मंदिर की भारतीय वास्तुकला का अद्वितीय अनुभव इस महोत्सव को और भी विशेष बनाता है। स्थापत्य कला की यह अद्वितीयता और उन्नति देखने वालों को अचंभित कर रही है। इस अवसर पर आयोजित कई कार्यक्रमों में स्थानीय और राष्ट्रीय कलाकारों ने अपने नवाचारी काम का प्रदर्शन किया। इसके साथ ही, आधुनिकता और पारंपरिकता के संगम का अद्वितीय अनुभव भी मिला। यह महोत्सव धर्म, संस्कृति, और कला के प्रेमी लोगों के लिए एक अद्वितीय अनुभव का स्रोत बना। ओम आश्रम के इस उत्कृष्ट अवसर ने ध्यान और आध्यात्मिकता के साथ-साथ भारतीय कला और संस्कृति के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ाई।

इस दोरान कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत, अविनाश गहलोत, सांसद पीपी चौधरी, मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, राज्य सभा प्रतियाशी मदन राठोड सोजत विधायक शोभा चोहान बीजेपी जिलाध्यक्ष मंशा राम परमार मारवाड़ जंक्शन विधायक केसाराम चौधरी, बिलाड़ा विधायक अर्जुन लाल गर्ग, समाज सेवी डी आर गहलोत, महामंडलेश्वर निर्मल दासजी महाराज, महामंडलेश्वर विशाखा नंद महाराज, तुलसारामजी महाराज, धर्माचार्य महाराज, डीजी बंजारा, पूर्व मेजर जनरल नरपतसिंह एवं समाज सेवी गणपतसिंह कनोडीया भी मौजूद रहे। उद्घाटन समारोह में हजारों की संख्या में संत, महात्मा, ब्रह्म सावित्री सिद्ध पीठाधीश्वर अनंत विभूषित ब्रह्मऋषि 1008 संत श्री तुलछारामजी महाराज जी का मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने लिया आशीर्वाद।

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