नई दिल्ली। हरियाणा के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मोहन लाल बडौली और सिंगर रॉकी मित्तल के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज हुआ है। ये एफआईआर हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन के कसौली थाना में दर्ज हुई है।
पुलिस के अनुसार पीड़ित महिला भी हरियाणा की रहने वाली है। महिला का आरोप है कि करीब डेढ़ साल पहले महिला को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर दोनों ने यहां पर महिला से दुराचार किया। वहीं, महिला को दोनों ने जान से मारने की धमकी भी दी। महिला का आरोप है कि इन्होंने मेरी अश्लील वीडियो और फोटो भी लीं।
महिला ने बताया कि करीब दो महीने पहले उन्होंने हमें फिर से डराकर पंचकूला बुलाया जहां हमारे खिलाफ झूठा केस करने की कोशिश की। हमें फंसाने की कोशिश की गई। महिला ने इसकी शिकायत कसौली थाना में दी, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। उधर, एसपी सोलन गौरव सिंह ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है। पुलिस आगामी कार्रवाई कर रही है।

भाजपा का असली चेहरा उजागर, अध्यक्ष के फंसने पर कांग्रेस हमलावर
हरियाणा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली पर हिमाचल प्रदेश के कसौली में युवती से रेप का मामला दर्ज होने के बाद हरियाणा कांग्रेस भाजपा पर हमलावर हो गई है। ये एफआईआर हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन के कसौली थाना में दर्ज हुई है। हरियाणा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान और सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा है कि हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ गैंगरेप के गंभीर आरोपों में एफ.आई.आर. दर्ज होने से चाल, चरित्र, चेहरे की बात करने वाली भाजपा का असली चेहरा उजागर हो गया है।
‘बेटी बचाओ…’ का नारा लागाने वाला शीर्ष नेतृत्व अब चुप क्यों : उदयभान
वहीं, हरियाणा कांग्रेस अध्क्षक्ष उदयभान ने कहा कि भाजपा एक तरफ बेटी बचाओ का नारा लगाती है दूसरी तरफ उसके नेता बेटियों की अस्मत से खिलवाड़ करके अपने ही नारे की धज्जियां उड़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘बेटी बचाओ…’ का नारा लागाने वाला बी.जे.पी. का शीर्ष नेतृत्व अब चुप क्यों है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पूर्व सांसद की कथित सी.डी. जारी हुई थी, उस मामले को भी दबा दिया गया।
उन्होंने कहा कि महिला कोच के साथ खेल मंत्री संदीप सिंह के यौन शोषण, सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह द्वारा खिलाड़ी बेटियों के शोषण, हाथरस से लेकर बी.एच.यू. तक महिलाओं के खिलाफ अपराध के हर मामले में भाजपा नेता शामिल रहे हैं, लेकिन कहीं भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और भाजपा अध्यक्ष को स्पष्ट करना चाहिए कि उन्होंने क्या कार्रवाई की। दूध का दूध पानी का पानी होना चाहिए।