‘गुरु के वचनों की अवहेलना से तीसरी पीढ़ी तक होती है प्रभावित’
समदड़ी. सिलोर गांव में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन वेदांताचार्य डॉ. ध्यानारामजी महाराज ने कहा कि गौ माता की सेवा, गायत्री मंत्र का जप और गीता का पाठ मानव जीवन के कल्याण के लिए अनिवार्य हैं। उन्होंने श्रीकृष्ण जन्म, पूतना वध, माखन चोरी आदि लीलाओं का भावपूर्ण वर्णन किया। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति गुरु के वचनों की अवहेलना करता है, उसकी तीसरी पीढ़ी तक प्रभावित होती है।
श्रद्धालुओं ने किया भगवान का अभिषेक
कथा आयोजक मदनसिंह ने बताया कि प्रतिदिन गुरुदेव के सान्निध्य में दीप प्रज्वलन कार्यक्रम हो रहा है। इस दौरान कथा पूजन और भगवान का अभिषेक किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।